छुईखदान में फ ाग गीतों पर झूमे श्रोता
राजनांदगांव, छुईखदान फाल्गुन माह में रंगोत्सव पर्व की तैयारी में फाग गीतों का विशेष महत्व स्थान है। रानी मंदिर समिति के लल्ला जे.के.वैष्णव ने जानकारी दी कि जय हनुमान दक्षिण मुखी रामायण एवं फाग मंडली बाजार लाईन छुईखदान द्वारा रानी मंदिर एवं बाजार मंच में फाग गीतों का आयोजन बहुत ही रोचक एवं प्रशंसनीय रहा। फाग गीत वाद्य यंत्रों द्वारा सुमधुर प्रस्तुति मोहन कामड़े गुरूजी, सतीश महोबिया, गौकरण रजक, मुकेश तिवारी, शिव देवांगन, विष्णु देवांगन, अमर सिंह ठाकुर, कुशाल साहू, घनश्याम देवांगन, बुद्धु कुम्भकार, जितेन्द्र किशोर वैष्णव, पुरूषोत्तम देवांगन, नवीन साहू, लाल चन्द्र देवांगन, पप्पु देवांगन, विजय देवांगन, पवन ददरिया ने फाग गीत ”झन जाबे राधा तरिया पार वो, चारो मुड़ा उड़त हे गुलाल होÓÓ भोले बाबा दया के भण्डार हवे न, ओखर जटा में गंगा के धार हवे नÓÓ आदि फाग गीत गाये। पारम्परिक फाग गायन के विविध रूप डहकी, डहका, दादरा, रासिया, घामार, ख्याल रस से भाव पूर्ण निर्गुण गीतों की प्रस्तुति नैना सलोना रे श्री गणपति को गा रहे हैं।
जय महाकाली जस सेवा भजन फाग मंडली द्वारा ”अरे हाँ नगर में दे दे बुलउवा राधे को, राधे बिना होरी न होय कुंजन में आदि वृन्दावन होली से जुड़ी फाग गीतों के बोल की प्रस्तुति देवी साहू, केजु, गोवर्धन छेदय्या, गोपाला यादव, भालू परदेसी निषाद, उदय देवांगन, पंचम साहू, अशोक चंदेल, प्रेमलाल चन्द्राकर, आनंद मंडावी, नारायण, माधव शास्वत दास, अमीलाल साहू, हीरा महोबिया, राघव, अनिल पुजारी रानी मंदिर, आदि ने फाग गीतों की प्रस्तुति द्वारा समस्त जमात मंदिर जगन्नाथ मंदिर, रानी मंदिर में फाग गीतों से मंत्र-मुग्ध कर दिया।