जिले में चाय की खेती को बढ़ावा देें : प्रभारी सचिव विलास संदीपन भोस्कर, सारूडीह चाय बागान का किया अवलोकन
संतोष गुप्ता, जशपुर । जशपुर जिले की प्रभारी सचिव विलास संदीपन भोस्कर ने आज जिले के प्रवास के दौरान सारूडीह पहुंचकर वहां के चाय बागान का मुआयना किया। सारूडीह में पहाड़ी के तराई मे स्थानीय कृषकों की 20 एकड़ भूमि पर विकसित चाय बागान को देखकर उन्होंने प्रसन्नता जताई और कहा कि इससे जुड़े कृषकों को आर्थिक रूप समृद्ध बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने जिले में सारूडीह चाय बागान जैसी भूमि का चयन कर वृहद पैमाने पर चाय की खेती की बात कही। प्रभारी सचिव ने कहा कि जिले के ऐसे कृषक जिनकी भूमि अनुपजाऊ एवं खेती के लायक नहीं है वहां चाय बागान विकसित कर कृषकों को लाभ पहुंचाया जा सकता है। प्रभारी सचिव ने सारूडीह में चाय की खेती कर रहे कृषकों एवं स्व-सहायता समूह के सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने इस अवसर पर उन्होंने चाय की पत्ती से ग्रीन-टी एवं काली सामान्य चाय के निर्माण के बारे में भी जानकारी ली। इस अवसर पर कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर, सीईओ जिला पंचायत के.एस.मण्डावी, वनमण्डलाधिकारी जाधव श्रीकृष्ण जाधव, एसडीएम दशरथ राजपूत, डीपीओ अजय शर्मा उनके साथ थे।
प्रभारी सचिव ने जिला प्रशासन एवं वन विभाग द्वारा जशपुर जिले में चाय की खेती के लिए किए गए प्रयासों की सरहाना की और इस अभिनव प्रयास के लिए अधिकारियों को बधाई दी। कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने जिले में चाय की खेती को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों और बालाछापर सहित मनोरा इलाके में चिन्हित भूमि के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष वन विभाग के मार्गदर्शन में लगभग 100 एकड़ रकबे में चाय बागान लगाए जाने की तैयारी की गई है। उन्होंने बताया कि जिले के ऐसे कृषक जो अपनी भूमि में चाय बागान विकसित करने के सहमत हैं उन्हें वनविभाग की ओर से आवश्यक मार्गदर्शन एवं मदद दी जाएगी। वनमण्डलाधिकारी जाधव श्रीकृष्ण ने प्रभारी सचिव को बताया कि चाय के पौधे की कोमल पत्तियों को तोड़कर उससे ग्रीन-टी एवं सामान्य चाय बनाई जा रही है। सारूडीह में 18 किसानों की 20 एकड़ भूमि में चाय बागान तैयार किया गया है। यहां की चाय को विशेषज्ञों ने दार्जिंलिंग की चाय से बेहतर क्वालिटी का माना है। वनमण्डलाधिकारी ने बताया कि जशपुर के समीप बालाछापर में प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना भी की गई है। चाय के 3 लाख पौधे बालाछापर नर्सरी में तैयार हैं, जिसमें से 2 लाख पौधों को लगाए जाने की तैयारी कर ली गई है। सारूडीह चाय बागान की पत्ती से उत्पादित चाय का पैकेट भी समूह के सदस्यों द्वारा प्रभारी सचिव को भेंट स्वरूप प्रदान की किया गया।