नायडू ने की संसद व विधानसभाओं में महिलाओं का प्रतिनिधत्व बढ़ाने की पैरवी

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नई दिल्ली। राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को कहा कि महिलाओं को सेवा के पर्याप्त अवसर प्रदान किए जाने चाहिए और राज्य विधानसभाओं तथा संसद में उनका अधिक प्रतिनिधित्व होना चाहिए।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (आठ मार्च) के पूर्व नायडू ने राज्यसभा में कहा कि महिलाओं द्वारा उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने के बावजूद लैंगिक समानता और महिलाओं की सुरक्षा अब भी उनसे दूर है।उन्होंने समाज की मानसिकता में बदलाव के साथ ही महिलाओं के लिए शैक्षिक, स्वास्थ्य और रोजगार के मौके मुहैया कराने पर बल दिया। नायडू ने कहा कि महिलाओं को राज्य विधानसभाओं और संसद में काम करने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान किए जाने चाहिए। नायडू ने कहा कि संविधान निर्माताओं ने लैंगिक समानता और महिला सशक्तीकरण को सबको समान अधिकार और सबको सम्मान प्राप्त करने के लिए अहम माना था। उन्होंने कहा कि आज, सभी क्षेत्रों में महिलाओं के उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने के बाद भी लैंगिक समानता और महिलाओं की सुरक्षा दूर की चीज बनी हुयी है। महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। इसके लिए पुलिसिंग की गुणवत्ता बढ़ाने और आपराधिक न्याय प्रणाली को दुरूस्त करने की जरूरत है। इसके साथ ही समाज की मानसिकता को बदलने की भी जरूरत है। उन्होंने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि तमाम मुश्किलों के बावजूद हमारे देश की महिलाओं ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी उल्लेखनीय मौजूदगी दर्ज करायी है। सभापति ने कहा कि महिलाओं ने ममतामयी मां से लेकर लड़ाकू विमानों की पायलट तक, बहुराष्ट्रीय कंपनियों के नेतृत्व से लेकर पर्वत शिखरों को छूने तक की चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया है। उन्होंने कहा कि अपनी योग्यता और क्षमता के आधार पर महिलाओं ने दकियानूसी विचारों को पीछे छोड़ते हुए राजनीति, साहित्य, खेलकूद, कारोबार सहित सभी क्षेत्रों में मौका मिलने पर अपनी प्रतिभा को साबित किया है। नायडू ने कहा कि यह हमारा कर्तव्य है कि महिलाओं की उपलब्धियों के सफर को जारी रखने में हम सकारात्मक सहयोग करें। इस मौके पर उन्होंने उच्च सदन की महिला सदस्यों के योगदान की सराहना की और पूरे सदन की ओर से महिलाओं को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक उपलब्धियों के लिए आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस आठ मार्च को है लेकिन उस दिन रविवार होने के नाते सदन में अवकाश रहेगा।
कोरोना वायरस पर मीडिया की अनदेखी
राज्यसभा में सभापति वेंकैया नायडू ने कहा कि उनकी सलाह पर स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कल गुरुवार को सदन में कोरोना वायरस के मुद्दे पर विस्तृत बयान दिया था। उसके बाद सदस्यों ने इस संबंध में अपने मूल्यवान सुझाव दिए। लेकिन मीडिया के एक हिस्से में इस चर्चा की अनदेखी की गयी। मीडिया ने अन्य मुद्दों पर अपनी रुचि दिखायी। नायडू ने कहा कि ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दे की अनदेखी करना उचित नहीं है। उन्हें सदन में होने वाली चर्चा पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण विषय है और आम देशवासियों से संबंधित है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि वे भविष्य में ऐसे अहम विषयों पर गौर करेंगे।
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