बजट 2020 : कांग्रेस ने कहा सकारात्मक बजट भाजपा ने कहा निराशाजनक
बजट को लेकर कोरबा के लेागों ने दी राय
कोरबा । बजट को लेकर भूपेश सरकार ने जहां किसी प्रकार का नया टैक्स नहीं लगाकर लोगों को राहत दी है। वहीं इस बजट में भी पूर्ण शराबबंदी का वादा निभा पाने में कांग्रेस खरी नहीं उतरी। बजट को लेकर लोगों ने अपनी राय दी है। प्रदेश सरकार के बजट को लेकर भाजपा और कांग्रेस के नेता सहित अन्य ने अपनी राय दी है। भाजपाईयों ने जहां बजट को निराशाजनक व चुनावी घोषणा पत्र को न पूरा करने वाला बताया है। वहीं कांग्रेसियों ने बजट को सकारात्मक बताते हुए इसे जनआकांक्षाओं को पूरा करने वाला करार दिया है।

छत्तीसगढ़ का वर्ष 2020-21 के बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि यह जनकल्याणकारी और आवश्यकताओं को पूरा करने वाला बजट है। 16,000 शिक्षाकर्मियों का संविलियन, किसानों को समर्थन मूल्य, युवा वर्ग सहित हर वर्ग को ध्यान में रखकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बजट पेश किया है। राजस्व मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने जो वादे किये हैं उन्हे प्रदेश की भूपेश सरकार द्वारा पूरा किया जा रहा है।बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए महापौर राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में स्थापित कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार का यह बजट सभी वर्ग के लिए अच्छा रहा। बजट में शिक्षक व शिक्षा, किसानों, युवाओं, स्वास्थ्य, अधोसंरचना विकास, स्मार्ट सिटी योजना, अमृत मिशन एवं राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन हेतु बजट में रखे प्रावधान से नगरीय निकाय क्षेत्र का समुचित विकास होगा।

उन्होंने इस लोक कल्याणकारी बजट के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति अभार व्यक्त किया है।जिला कांग्रेस प्रवक्ता सुरेश अग्रवाल ने कहा है कि भूपेश सरकार का यह बजट ऐतिहासिक और लोकहितकारी बजट रहा। बजट के पहले से ही यह अनुमान लगने लगा था कि छत्तीसगढ़ का यह बजट जनकल्याणकारी और ऐतिहासिक होगा क्योंकि पहली बार किसी सरकार ने बजट पेश करने के पहले जनता से सुझाव मंगाया था जबकि पहले की सरकारें खुद ही बजट तय कर पेश कर देती थी। यह बजट जन आकांक्षाओं को पूरा करने वाला बजट सिद्ध होगा।कोल फेडरेशन एटक के राष्ट्रीय सचिव दीपेश मिश्रा ने कहा है कि अक्सर आम बजट वर्तमान परिस्थितियों को देख कर बनाया जाता है।
वर्तमान परिस्थिति में कठिन तथा व्यवहारिक निर्णय लेने की आवश्यकता थी लेकिन बजट मे ऐसा नहीं किया गया।प्रदेश की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है इससे निपटने के लिए बजट में कोई ठोस उपाय नहीं किया गया वहीं मेहनतकश असंगठित मजदूरों के कल्याण के लिए बजट में कुछ भी प्रावधान नहीं किया गया। इसी तरह बेरोजगारी भत्ता तथा किसानों को पेंशन देने व शराबबंदी की बात हवा-हवाई साबित हुई वहीं प्रदेश में सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले कोरबा जिला की पूरी तरह अनदेखी की गई। कुल मिलाकर यह बजट अपेक्षाओं की कसौटी पर पूर्णत: निराशाजनक है।