राजिम मंडी बंद कर अनिश्चित कालीन धरना में बैठे

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कृषि उपज मंडी समिति राजिम में किसानों द्वारा बेचे गए उपज का भुगतान पिछले सात महीने से नहीं होने से नाराज किसानों ने 25 फरवरी 2020 दिन मंगलवार से राजिम मंडी बंद कर अनिश्चित कालीन धरना में बैठे थे जो प्रशासनिक अधिकारियों अतिरिक्त प्रबंध संचालक महेन्द्र सिंह सवन्नी, प्रभारी संयुक्त संचालक अशोक कुंभज सम्भागीय कार्यालय रायपुर, के आर बंजारे अपर संचालक मंडी बोर्ड रायपुर, जी डी वाहिले अनुविभागीय अधिकारी (रा) राजिम, भार साधक अधिकारी ओ पी वर्मा, मंडी सचिव एन के भंडारी, फर्म चंद्रेश एग्रो के प्रोपाइटर के पिता व्यासनारायन साखरिया एवं आंदोनरत कृषक प्रतिनिधियों तेजराम विद्रोही, मदन लाल साहू, सोमनाथ साहू, गोविंद वर्मा, दिनेश साहू की उपस्थिति में चर्चा कर तथा उपस्थित सभी कृषकों के समक्ष आम सहमति बनाकर निर्णय 13 लाख रुपये अभी किसानों को वितरित करने और बाकी 19 लाख रुपये 4 माह के भीतर किसानों को भुगतान किया जाएगा जिसकी सारी जवाबदेही मंडी बोर्ड एवं मंडी प्रशासन की है। इसके बाद किसानों ने राजिम मंडी बंद एवं अनिश्चित कालीन धरना समाप्त कर दिया है।किसानों ने आंदोलन को शांति पूर्ण और परिणाम मूलक स्थिति में पहुंचाने के लिए मंडी के रेजा, हमाल मजदूरों, क्षेत्र के किसानों, व्यापारियों और सभी नागरिकों का हार्दिक आभार व्यक्त किया है जिन्होंने प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग प्रदान किया है।
गौरतलब है कि चंद्रेश राईस मिलर को किसानों ने अपने धान को कृषि उपज मंडी समिति राजिम में खुली बोली के माध्यम से बेचा था जिन्हें दिया गया चेक बाउंस हो जाने से 100 किसानों का 50 लाख 45 हजार 334 रुपये का भुगतान नहीं हो पाया था। किसानों ने इस संबंध में धरना प्रदर्शन, पदयात्रा एवं पत्र ज्ञापन के माध्यम से शासन-प्रशासन को अवगत कराते आए हैं। मील मालिक द्वारा अब तक केवल 19 लाख 2 हजार 947 रुपये का ही भुगतान किया है जबकि 95 किसानों का 31 लाख 42 हजार 387 रुपये का भुगतान अब भी बकाया था। चूंकि खरीदी बिक्री कृषि उपज मंडी में हुआ है और मंडी प्रशासन अनुबंध पत्र के आधार पर निर्धारित समय सीमा में किसानों को भुगतान करवाने में अक्षम रहा है जिसकी खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। किसानों को दशहरा, दीपावली, देवउठनी में पाई पाई के लिए मोहताज होना पड़ा अब होली का त्योहार आने वाली है। लेकिन किसानों की सुध न मंडी प्रशासन गंभीरता से लिया है और न ही जिला एवं प्रदेश में बैठे जिम्मेदारों ने लिया है। किसानों ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री, कलेक्टर, और प्रबंध संचालक मंडी बोर्ड रायपुर से मंडी प्रशासन की मद से राशि दिलाने की मांग किया था।
बैठक में अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के उपाध्यक्ष मदन लाल साहू, सचिव तेजराम विद्रोही, किसान मोर्चा जिला गरियाबंद के अध्यक्ष संजीव चंद्राकर के साथ पीडि़त किसान लुमश राम, ठाकुर राम, धनाजी, सोमनाथ साहू, दिनेश कुमार, संजय साहू, कोमल राम, समारू राम, बिष्णुराम, बलदाऊ ध्रुव, भारत साहू, बंशीराम, बिसाहू राम, ओमप्रकाश, फलेश्वर यादव, तिलकराम, होरीलाल, कृष्ण कुमार, दसवंत,संतु, जहुरराम, बाल्मिकी साहू, गिरधर साहू, चुम्मन लाल, अनुज कुमार, रामबगस साहू , ओमप्रकाश, लालचन्द साहू उपस्थित थे।

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