लोकसभा में दो से पांच मार्च के बीच क्या हुआ, इसकी जांच करेगी समिति
नई दिल्ली। लोकसभा में दो से पांच मार्च के बीच हुए घटनाक्रम की जांच के लिए सदन के अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में एक सीमिति का गठन किया गया है। पीठासीन सभापति किरीट सोलंकी ने बताया है कि इस समिति में सभी दलों के प्रतिनिधि होंगे और यह घटनाक्रम का अध्ययन करेगी। आपको बता दें कि इस घटनाक्रम के चलते ही लोकसभा से कांग्रेस के सात सांसदों को पूरे बजट सत्र के दौरान निलंबित किया गया था।
निचले सदन में शुक्रवार को पीठासीन सभापति किरीट सोलंकी ने जानकारी दी कि लोकसभा अध्यक्ष एक समिति का गठन करेंगे जो सदन में दो मार्च से पांच मार्च तक के सभी घटनाक्रमों की जांच कर रिपोर्ट देगी। उन्होंने बताया कि समिति की अध्यक्षता लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला करेंगे जिसमें सभी दलों के प्रतिनिधि होंगे। गौरतलब है कि संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत से दिल्ली हिंसा पर तत्काल चर्चा शुरू कराने की मांग पर अड़े कांग्रेस और अन्य विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के कारण सदन की कार्यवाही सुचारू तरीके से नहीं चल पा रही है। गुरूवार को कांग्रेस के कुछ सदस्यों ने हंगामे के बीच ही अध्यक्ष की पीठ से कुछ कागज उठाकर फाड़ दिये और उछाल दिये थे जिसके बाद सात कांग्रेस सदस्यों को मौजूदा सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया। इन सदस्यों में गौरव गोगोई, टी एन प्रतापन, डीन कुरियाकोस, राजमोहन उन्नीथन, बैनी बहनान, मणिकम टेगोर और गुरजीत सिंह औजला शामिल हैं।
निलंबन पर पुनर्विचार करने की अपील
लोकसभा में शुक्रवार को कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी सहित कुछ विपक्षी दलों ने अध्यक्ष से कांग्रेस के सात सदस्यों के निलंबन के निर्णय पर पुनर्विचार करने की अपील की। गौरतलब है कि कांग्रेस के गौरव गोगोई, टी एन प्रतापन, डीन कुरियाकोस, राजमोहन उन्नीथन, बैनी बहनान, मणिकम टेगोर और गुरजीत सिंह औजला को बृहस्पतिवार को सदन का अनादर करने और श्घोर कदाचार के मामले में मौजूदा संसद सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया। वहीं सरकार ने कहा कि इस मामले में लोकसभा अध्यक्ष का निर्णय मान्य होगा। इस दौरान पीठासीन सभापति किरीट सोलंकी ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष एक समिति का गठन करेंगे, जो सदन में दो मार्च से पांच मार्च तक के सभी घटनाक्रमों की जांच कर रिपोर्ट देगी। उन्होंने बताया कि समिति की अध्यक्षता लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला करेंगे, जिसमें सभी दलों के प्रतिनिधि होंगे।
राहुल की अगुवाई में संसद परिसर में प्रदर्शन किया
लोकसभा के अपने सात सदस्यों के निलंबन के खिलाफ और दिल्ली हिंसा पर जल्द चर्चा की मांग को लेकर कांग्रेस के सांसदों ने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में शुक्रवार को संसद परिसर में प्रदर्शन किया। संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने हुए इस विरोध प्रदर्शन में शामिल कांग्रेस नेताओं ने अपनी बांह पर काली पट्टी बांध रखी थी। राहुल गांधी और कई अन्य सदस्य बाद में काली पट्टी बांधकर ही लोकसभा की कार्यवाही में शामिल हुए। अपने सात सदस्यों के निलंबन का विरोध कर रहे कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि यह कदम सरकार ने विपक्ष को डराने के मकसद से उठाया है। निलंबित सदस्यों में से एक गौरव गोगोई ने कहा कि हम निलंबन से डरने वाले नहीं हैं। हम दिल्ली हिंसा पर चर्चा की मांग उठाते और सरकार से जवाब मांगते रहेंगे।
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