29 संदिग्धों में 26 को कोरोना नहीं फिर भी मास्क की कालाबाजारी
- प्रदेश में एक भी कोरोना का संदिग्ध मरीज नहीं मिला
- फिर भी दहशत के चलते मास्क दोगुनी-तिगुनी कीमत पर मिल रहे है
रायपुर . काेरोना का वायरस फैलने के बाद अब तक 29 संदिग्ध के सैंपल लिए जा चुके हैं। 26 संदिग्धों की रिपोर्ट आ गई। एक भी संदिग्ध में कोरोना का वायरस नहीं मिला। तीन संदिग्धों की रिपोर्ट एक-दो दिनाें में आ जाएगी। तीनों को फिलहाल आइसोलेशन में रखकर उनकी निगरानी की जा रही है। तीनों की स्थिति सामान्य है। इसके बाद भी काेरोना को लेकर इतनी दहशत फैल गई है कि बाजार में मास्क दोगुनी-तिगुनी कीमत पर बिक रहे हैं। काेरोना के वायरस से बचने के लिए एन-95 व थ्री लेयर मॉस्क की जरूरत नहीं है, लेकिन कई मेडिकल स्टोर संचालक लोगों को भ्रमित कर ढाई-ढाई सौ का मास्क बेच रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि सामान्य सर्जिकल मॉस्क जो दो से पांच रुपए में मिलते हैं, वे मॉस्क कोरोना के लिए सुरक्षित हैं।
शनिवार को दो संदिग्ध सामने आए। उनका सैंपल जांच के लिए एम्स भेजा गया है। फरवरी से अभी तक पूरे राज्य के 29 संदिग्धों के सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं। शनिवार को सूरजपुर व दंतेवाड़ा के संदिग्धों की रिपोर्ट आई। दोनों में कोरोना के लक्षण नहीं मिले। वहीं दुबई से लौटी महिला की रिपोर्ट आनी बाकी है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना का हौवा बनाना ठीक नहीं है। कुछ ऐहतियात बरतकर इस बीमारी से बचा जा सकता है। प्रदेश में एक भी पॉजीटिव रिपोर्ट नहीं आई है, इसलिए लोग सुरक्षित हैं। अंबेडकर अस्पताल में रेस्पिरेटरी विभाग के एचओडी डॉ. आरके पंडा ने बताया कि कोरोना का डर दिखाना ठीक नहीं है। जो संक्रमित हैं, केवल उन्हें सामान्य सर्जिकल मॉस्क पहनना है। आम आदमी को मॉस्क की जरूरत ही नहीं है। बाजार में मास्क व सेनेटाइजर कालाबाजारी हो रही है। महंगे मास्क अनावश्यक बेचे जा रहे हैं इसका खुलासा स्टिंग के जरिए किया।
अफवाहों को रोकने 07712235091 और 9713373165 हेल्प लाइन नंबर
कोरोना वायरस के बारे में फैल रहे अफवाहों को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। हेल्पलाइन नंबर 104 या राज्य सर्विलांस इकाई के फोन नंबर 07712235091 या 9713373165 पर फोन कर या ईमेल आईडी cgepidemic@gmail.com पर ईमेल कर भी कोरोना वायरस के संबंध में अपडेट लिया जा सकता है। प्रदेश में अभी तक कोई भी मरीज नहीं मिला है। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है।
नानवेज को तगड़ा झटका, चिकन की कीमत घटकर हो गई आधी
कोरोना के असर से चीनी सामान तो महंगे होने ही लगे लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर चिकन के कारोबार पर हो रहा है। पिछले महीने तक 150 रुपए किलो में बिकने वाला चिकन अब खुले बाजार में 85 से 100 रुपए किलो तक बिक रहा है। आउटर में चिकन 75 रुपए किलो में भी बेचा जा रहा है। कीमतें लगभग आधी होने के बाद भी चिकन के खरीदार नहीं मिल रहे हैं। आमतौर पर एक दिन में रायपुर में 50 से ज्यादा गाड़ियां चिकन की सप्लाई की जाती थी, लेकिन अभी 25 से 30 गाड़ियां भी नहीं बिक रही हैं। एक गाड़ी में करीब दो टन मुर्गियां रहती हैं। केवल चिकन का कारोबार करने वाले लोग धीरे-धीरे अपनी दुकानें भी बंद कर रहे हैं।
नॉन वेज होटलों में भी चिकन से बने खाने-पीने की चीजों की डिमांड लगभग बंद हो गई है। अभी इन होटलों में मटन फूड ही चल रहा है। चिकन के बड़े कारोबारियों ने इस मामले में स्वास्थ्य सचिव से मिलकर इस बात की अपील की थी कि वे एडवाइजरी में इस बात को भी शामिल करें कि छत्तीसगढ़ में चिकन खाने से किसी को भी कोरोना नहीं हो रहा है।
चिकन कारोबारियों का कहना है कि रायपुर में एक दिन में 20 लाख रुपए से ज्यादा का चिकन बिकता था, लेकिन अभी बिक्री 8 लाख रुपए से भी कम हो गई है। जैसे-जैसे कोरोना की बातें और जागरूकता अभियान बढ़ रहा है लोग चिकन खाने से दूर हो रहे हैं। अभी त्योहार का सीजन होने के बावजूद चिकन की बिक्री नहीं हो रही है। लोग चिकन के बजाय मटन की खरीदी कर रहे हैं। इससे मटन की कीमत बढ़ रही है। चिल्हर बाजार में मटन 500 से 540 रुपए किलो तक में बिक रहा है। होली में मटन की शार्टेज होने पर यह कीमत 600 रुपए किलो तक हो सकती है।
अंडों की डिमांड भी होने लगी कम
कोरोना की वजह से रायपुर समेत छत्तीसगढ़ में अंडों की डिमांड भी धीरे-धीरे कम होने लगी है। नेशनल एग कोऑर्डिनेशन कमेटी (एनईसी) के हाल ही में जारी किए आंकड़ों में कहा कि पिछले साल के मुकाबले में इस साल अंडों की कीमत में 15 फीसदी की कमी आई है। छत्तीसगढ़, गुजरात, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, बिहार समेत कई राज्यों में अंडों की कीमत में 10 से 20 फीसदी तक की गिरावट जर्द की गई है। डिमांड कम होने की वजह से अंडों का उत्पादन भी कम किया जा रहा है।
सोशल मीडिया में कई कम कीमत वाले वीडियो भी वायरल
सोशल मीडिया में चिकन को लेकर कई तरह के एसएमएस वायरल हो रहे हैं। इनमें बिना कटा हुआ चिकन 2 रुपए किलो में बेचने का भी वीडियो बनाया गया है। कई जगहों पर दूसरे सामान के साथ चिकन फ्री और कुछ मैसेज में चिकन की कीमत 50 रुपए किलो भी बताई जा रही है। हालांकि चिकन के बड़े कारोबारियों ने इस तरह के एसएमएस को अफवाह बताया है। उनका कहना है कि चिकन की कीमत जरूर कम हुई हैं, लेकिन इतनी भी नहीं। पोल्ट्री फॉर्म संचालकों ने फिलहाल मुर्गी उत्पादन को अभी रोक दिया है। फिलहाल अंडों को सहज कर रखा जा है। ताकि स्थिति सामान्य होने के बाद फार्मिंग का काम फिर से शुरू किया जा सके।
भास्कर लाइव – स्थान समता कॉलोनी का मेडिकल स्टोर, समय 4 बजे
रिपोर्टर- भैया मास्क चाहिए थे, मिल पाएगा क्या।
मेडिकल स्टोर कर्मी- 20 रुपए वाला ही मास्क है। इसके अलावा हमारेे पास कोई मास्क नहीं है। कंपनी से माल नहीं आ पाया है।
रिपोर्टर- यह तो दस रुपए में आता था, लेकिन 20 रुपए में बेच रहे हैं?
कर्मी- वह दूसरा है। इसकी गुणवत्ता अच्छा है। इसमें भी एक लेयर से लेकर दो और तीन लेयर वाले आते हैं। उनके पास अभी सिर्फ यही हैं।
स्थान- चौबे कॉलोनी का मेडिकल स्टोर, समय 4.30 बजे
रिपोर्टर- सर मास्क चाहिए था?
स्टोर वाला- कितने वाला मास्क चाहिए?
रिपोर्टर- अच्छा वाला मास्क चाहिए, जिससे वायरस न फैले।
स्टोर वाला- हमारे पास 20, 30 रुपए से लेकर 250 वाला मास्क है। इनमें 250 वाला एन-95 मास्क सबसे अच्छा है और लंबा चलता है। कोरोना के लिए यही ज्यादा इफेक्टिव है।
रिपोर्टर- 50 मास्क चाहिए, कितने की छूट मिलेगी।
स्टोर संचालक- ज्यादा छूट नहीं दे पाएंगे। हम खुद महंगे में लाए हैं, अब तक सप्लाई भी बंद हैं।