अग्नि की पूजा से टल जाते हैं जीवन के सकंट, जानें- क्या है इसका धार्मिक महत्व?

अग्नि की पूजा से टल जाते हैं जीवन के सकंट, जानें- क्या है इसका धार्मिक महत्व?

अग्नि को हिन्दू धर्म में देवता के रूप में पूजा जाता है. घर में जब भी पूजा पाठ होता है तो उसमें हवन किया जाता है और जब हवन होता है तो अग्नि का प्रकाश पूरे घर को रोशनी से भर देता है. कोई भी रत्न हो वो भी अग्नि से बने होते हैं. हिन्दू धर्म में तो बिना अग्नि के इंसान को मुक्ति भी नहीं मिलती है. अग्नि की प्रार्थना अर्चना से घर में बरकत, शांति, समृद्धि मिलती है. कहा जाता है घर में आने वाला कोई संकट अग्नि की प्रार्थना के बाद टल जाता है. क्योंकि अग्नि वो शक्ति है, जिससे सभी बुराईयों का नाश होता है.

अग्नि का धार्मिक महत्व जानें ?

अग्नि को देवता मानकर घर में पूजा और अर्चना की जाती है, इसीलिए हवन में आहुति यह मान कर दी जाती है कि यह देवताओं को अर्पण होगा. शादी भी बिना अग्नि हवन की पूजा के बिना पूरी नहीं होती है. कहा जाता है अग्नि देव मनुष्य के जन्म से लेकर इंसान की मुक्ति तक साथ ही रहते है. इसलिए अग्नि का धार्मिक महत्व बहुत ही ज्यादा है.

घर में सुख-शांति के लिए हवन पूजा

हिन्दू धर्म में पूजा-पाठ, हवन-यज्ञ का विशेष महत्व है. घर में किसी भी शुभ कार्य में हवन किया जाता है. और जब लकड़ी को जलाया जाता है तो अग्नि प्रकट होती है. इसलिए कोई भी शुभ कार्य बिना अग्नि के अधूरा है. कहा जाता है हवन की आहुति से जो अग्नि प्रकट होती है वो घर में किसी भी नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट कर देती है. घर में पॉजिटिव एनर्जी का वास होता है,और घर में सुख शान्ति बनी रहती है.

देवी-देवताओं के आह्वान के लिए

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार देवी-देवताओं तक प्रार्थना और उन्हें प्रसाद का भोग लगाना हो तो भी अग्नि को ही भोग लगाया जाता हैं. कहा जाता है अग्नि को लगाया हुआ भोग देवी-देवताओं के मुख तक जाता है. इसलिए कहा जाता है देवी-देवताओं के आव्हान करना हो तो सिर्फ अग्नि की ज्योत जला दें.

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