संजय जांगड़े बलौदाबाजार : कसडोल विधानसभा के तहसील लवन अंतर्गत ग्राम पंचायत तिल्दा कोई न कोई मामलों में लगातार सुर्खियां बटोर रही है।रेत की अवैध खनन, रेत तस्करों के अवैध कब्जा, रेत तस्करों एवं दागी जनप्रतिनिधियों द्वारा मीडिया कर्मियों को मारने पीटने, धमकाने,तिल्दा का झोलाछाप डॉक्टर की मनमानी चरम के अलावा एक नया मामला प्रकाश में आया है दरसअल आया हुआ मामला मोबाईल टॉवर की है।यहां किसी मोबाईल कम्पनी का टॉवर बिना राजश्व स्वीकृति, बिना पंचायत प्रस्ताव, बिना जिला प्रशासन स्वीकृति के बिना यहां तिल्दा में टॉवर लगा दिया गया है।अब जांच की मांग इस बात की है कि लगाई गई टॉवर किसकी जमीन पर है क्या यह जमीन निजी है या सरकारी है।यदि निजी है तो मोबाईल कम्पनी हर महीने किराया जमीन के स्वामी को प्रदान करेगा यदि जमीन सरकारी है तो महीने का किराया किसके अधीन होगा।
ग्रामीणों ने लगी टॉवर पर जांच की मांग किया है क्या यह टॉवर सारे नियमों के मापदंड पर लगाई गई है ?क्या सम्बंधित विभाग से टॉवर लगाने के पूर्व कागजी प्रक्रिया अपनाई गई है या नहीं जांच के बाद ही हकीकत से राज खुल सकता है जिसके लिए लवन के मीडिया कर्मियों ने भी उक्त तिल्दा गॉव में लगी टॉवर की जांच की मांग उठाया है।जिसके लिए मीडिया कर्मियों ने जिला कलेक्टर से कार्रवाई किये जाने की मांग भी रखे हैं।मीडिया कर्मियों ने मांग इस बात का किये हैं यदि निजी कम्पनी का मोबाईल टॉवर सरकारी भूमि पर है तो किराये या राजश्व सरकार के खजाने में जाना चाहिए ,यदि जमीन रजिस्ट्रेशन वाली है तो किसान को कम्पनी से किराया मिलने चाहिए।यदि निजी भूमि के आड़ में कोई व्यक्ति निजी मोबाईल कम्पनी को धोखे में रखकर अनुबंध पत्र तैयार किये होंगे तो उस व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओ में अपराध दर्ज कर सलाखों के पीछे भेजने की कार्रवाई प्रशासन को अपनाना चाहिए कि मांग मिडिया कर्मियों ने किये गए हैं।इस मामले पर एस डी एम अमित गुप्ता ने मीडिया कर्मियों से कहा कि जांच करवा देते हैं गलत पाए जाने पर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कहा है ।
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