छुरिया : प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत प्राकृतिक आपदाओं, अवर्षा की स्थिति, कीट एवं रोगों के परिणाम स्वरूप अधिसूचित फसलों के नष्ट होने की स्थिति में किसानों को बीमा कवरेज और नुकसान की भरपाई करने हेतु शासन द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरूआत की गई है। जारी अधिसूचना अनुसार सभी ऋणी अऋणी किसानों से बैंक या प्राथमिक कृषि सेवा सहकारी समिति या लोक सेवा केंद्र या आनलाईन पंजीयन या बीमा अभिकर्ता से बीमा प्रस्ताव प्राप्त करने एवं प्रीमियम कटौती करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई से बढ़ाकर 16 अगस्त कर दी गई है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राजनांदगांव जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गीता घासी साहू ने कहा कि डबल इंजन सरकार ने किसान भाइयों के हित को सर्वोपरि मानते हुए यह फैसला लिया है, जो स्वागतयोग्य है। श्रीमती साहू ने कहा कि कृषि, भारतीय अर्थव्यवस्था की धुरी है लेकिन कृषि आजकल काफी जोखिम भरा काम हो गया है, जिससे किसान भाइयों का मन अब कृषि कार्य से उखड़ने लगा है।
किसान भाइयो की समस्या को समझते हुए उन्हें कृषि कार्य से जोड़े रखने हेतु शासन द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लागू की गई है। इससे किसान भाइयों को कृषि कार्य में आने वाली जोखिम से छुटकारा मिला है और वे स्वच्छंद व निश्चिंत होकर पूरे उत्साह से कृषि कार्य कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि प्रदेश की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की अदूरदर्शी कृषि नीतियों के चलते उनके कार्यकाल के 5 साल तक प्रदेश के किसान भाई काफी हतोत्साहित रहे और जिसके चलते सैकड़ो किसान भाइयों ने इस दौरान आत्महत्या भी की। डबल इंजन सरकार के मुखिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सरकार के किसान हितैषी निर्णयों के चलते छत्तीसगढ़ में पिछले 8 महीने में किसी किसान भाई द्वारा आत्महत्या किए जाने का मामला सामने नहीं आया है और उम्मीद है कि आगामी 5 वर्षों में भी ऐसा मामला सामने नहीं आएगा । अंत में श्रीमती साहू ने कहा कि डबल इंजन सरकार अन्नदाता किसानों के मान-सम्मान का पूरा ध्यान रख रही है, जिससे किसान भाई भी डबल इंजन सरकार के कार्यों से काफी खुश हैं और दोनों ही सरकारों पर अपना बराबर आशीर्वाद बनाए हुए हैं।



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