डोंगरगढ़ : छत्तीसगढ़ में शिक्षा विभाग द्वारा 2 अगस्त 2024 को विसंगति पूर्ण युक्तियुक्तकरण करने को लेकर प्रदेश में छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने 22 अगस्त को भारी विरोध करते हुए मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और मुख्य सचिव के नाम जिलाधीश और जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के जिला संयोजक गोपी वर्मा, सुशील नारायण शर्मा, रमेश साहू, छन्नू साहू के नेतृत्व में सैकड़ों संघ पदाधिकारी ने जिला मुख्यालय, राजनांदगांव में उपस्थित होकर विसंगति पूर्ण युक्तिकरण आदेश को निरस्त करते हुए न्याय संगत राष्ट्रीय शिक्षा नीति (2020) हुआ प्रदेश में जारी 2008 के सेटअप के आधार पर प्राथमिक शालाओं में 2 सहायक शिक्षक, 1 प्रधान पाठक, माध्यमिक शालाओं में 4 शिक्षक, 1 प्रधान पाठक व्यवस्था को पुन बहाल करने और हाई स्कूल हायर सेकेंडरी में सेटअप के रिक्त पदों को पुनः यथावत बनाए रखने की मांग की है। मोर्चा ने कहा कि लंबे समय से भीम रथ प्राचार्य पदोन्नति, व्याख्याता पदोन्नति, पूर्व माध्यमिक शाला प्रधान पाठक पदोन्नति, उच्च वर्ग शिक्षक पदोन्नति अभिनव किया जाए। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष गोपी वर्मा, क्रांति महासचिव शैलेंद्र कुमार यदु ने बताया कि सेटअप में पदों की कटौती से ग्रामीण क्षेत्रों में अध्ययनरत बच्चों की पढ़ाई और गुणवत्ता प्रभावित होगी। इस बात को लेकर ग्रामीण क्षेत्र के पलक जो अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं, उनकी चिंता बढ़ गई है। युक्तिकरण में पदों की कटौती करने को लेकर इनके पालकों में भारी नाराजगी व्याप्त है। संघ पदाधिकारी ने मांग की है कि कम दर्ज संख्याओं वालों में लेन-देन कर स्वीकृत पद से अधिक शिक्षकों की पदांकन करने वाले अधिकारियों पर हो कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष गोपी वर्मा, जिला सचिव जीवन वर्मा ने कहा कि आकस्मिक अवकाश लेने की ऑफ लाइन आवेदन प्रक्रिया को पूर्ववत रखा जाए। साथ ही भैषेजिक अवकाश अर्जित अवकाश, संतान पालन अवकाश लेने के लिए ऑन लाइन आवेदन करने के लिए एक सप्ताह से अधिक का समय दिया जाना जाये।
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