राजनांदगांव : नगर निगम के पूर्व अध्यक्ष शिव वर्मा ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की छत्तीसगढ़ जैसी विफलता। उन्होंने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे छत्तीसगढ़ के चुनाव परिणामों से कुछ मिलते जुलते रहे । छत्तीसगढ़ में चुनाव अभियान के दौरान से लेकर मतदान के बाद एग्जिट पोल में यह दवा किया गया कि कांग्रेस फिर से सरकार बनाएगी। हालांकि 2018 के मुकाबले कांग्रेस की सीटें घटना का अनुमान था और भाजपा को कुछ मजबूत बताया गया था लेकिन किसी भी सर्वे एजेंसी ने यह नहीं कहा था कि भाजपा की वापसी होगी। परिणामो के बाद जब ईवीएम मशीन खुली तो सबके अनुमान ध्वस्त हो गए। भाजपा ने राज्य के चुनाव इतिहास में सबसे ज्यादा सिटे जीती , जबकि कांग्रेस का प्रदर्शन सबसे कमजोर रहा। हरियाणा के चुनाव को लेकर भी कुछ ऐसा ही हुआ। कोई भी एग्जिट पोल भाजपा की जीत का दवा नहीं कर रहा था, भाजपा को केवल 25 से 27 सीटों पर सीमित बता रहे थे। वहीं कई सर्वेक्षण कांग्रेस को 60 अधिक सीट दे रहे थे।
श्री वर्मा ने आगे कहा कि सोशल मीडिया और चुनाव विश्लेषकों ने भी बड़े दावे किए थे। कह रहे थे कि कांग्रेस की सुनामी चल रही है। भाजपा ने इन अनुमानों को नकारते हुए अपनी रणनीति जारी रखी। शिव वर्मा ने कहा कि कांग्रेस मध्य प्रदेश की तरह मुगालते में है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी ने छत्तीसगढ़ की तरह बाजी पलटने के बात कही है। हरियाणा में परिणाम आने के बाद जो लोग भाजपा की हर की भविष्यवाणी कर रहे थे वह कांग्रेस की की गलतियों पर चर्चा करने लगे हैं। भले ही हरियाणा और छत्तीसगढ़ के चुनाव अलग समय में हुए जो मुद्दे भी अलग थे लेकिन कांग्रेस की एक रणनीति ने उन्हें नुकसान पहुंचा। कांग्रेस हमेशा से ही जात-पात की राजनीति तथा गरीबों के लिए सिर्फ चुनावी घोषणा पत्र के कारण आज वह सत्ता से कोसो दूर है।
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