डोंगरगांव : स्थानीय गायत्री मंदिर में शारदीय नवरात्रि पर्व पर चले नौ दिन तक के चले विभिन्न साधना व अनुष्ठान का समापन कल नवमी तिथि को होगा। इस दौरान सुबह 9 बजे से पांच कुण्डीय गायत्री महायज्ञ सहित विभिन्न संस्कार संपन्न कराये जायेगें। मंदिर के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी बालकृष्ण सिन्हा ने एक विज्ञप्ति में बताया कि नवरात्रि पर्व में वेदमाता गायत्री की विशेष साधना का विशेष फल मिलता है। गायत्री वह महाशक्ति है, जिसकी साधना करके मनुष्य अपने जीवन विकास के मार्ग में बड़ी सहायता प्राप्त करता है। मान्यता है कि नवरात्रि पर्व में एकम् से लेकर नवमीं तक नौ दुर्गाएं जागृत रहती हैं और इन नौ दिनों को अनेक प्रकार साधना अनुष्ठानों के लिए सबसे अधिक उपयुक्त माना जाता है।
स्थानीय गायत्री मंदिर में भी नवरात्र पर्व के प्रथम दिवस को बहुसंख्या में गायत्री परिजनों व साधकों द्वारा संकल्प ज्योति कलश की स्थापना की गई। साथ ही कईयों ने विभिन्न प्रकार के साधना अनुष्ठान का संकल्प लिया। इन नौ दिनों में मंदिर में प्रतिदिन सुबह एक कुण्डीय गायत्री यज्ञ के माध्यम से विशेष अनुष्ठान का क्रम भी चला है। समस्त प्रकार के साधना और अनुष्ठानों का समापन कल नवमी तिथि को होगा, इस अवसर पर सुबह पांच कुण्डीय गायत्री महायज्ञ, विभिन्न संस्कार के अलावा महाप्रसादी वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उक्त समस्त कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में गायत्री परिजनों तथा श्रद्धालु नगरवासियों से अधिकाधिक संख्या में उपस्थिति की अपील की है।

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