दशहरा पर खैरागढ़ पुलिस लाइन में शस्त्र पूजन, पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल ने बताया शस्त्र का महत्व

दशहरा पर खैरागढ़ पुलिस लाइन में शस्त्र पूजन, पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल ने बताया शस्त्र का महत्व

खैरागढ़  : खैरागढ़ पुलिस लाइन में हर साल की तरह इस बार भी विजयादशमी के अवसर पर शनिवार को शस्त्र पूजा की गई. इस शस्त्र पूजा में एसपी श्री त्रिलोक बंसल के द्वारा शस्त्र पूजा के बाद हर्ष फायर भी की गई!विजयदशमी पर्व के शुभ अवसर पर शस्त्रागार केसीजी में प्रातः 10ः30 बजे पूरे विधि - विधान से अस्त्र - शस्त्रों एवम्  वाहनों की पूजा अर्चना श्री त्रिलोक बंसल एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती नेहा पाण्डेय द्वारा किया गया। शस्त्र पूजा में पुलिस अनुविभागीय अधिकारी खैरागढ, गण्डई श्री लालचंद मोहले, डीएसपी मुख्यालय श्री प्रदीप येरेवार रक्षित निरीक्षक श्री के. देव राजू, थाना खैरागढ़ प्रभारी निरी0 जितेन्द्र बंजारे, सायबर सेल प्रभारी निरी0 अनिल शर्मा, यातायात प्रभारी निरी0 शक्ति सिंह तथा रक्षित केंद्र पुलिस कार्यालय के समस्त अधिकारी कर्मचारी शस्त्र पूजा में सम्मिलित होकर किसी भी निर्दाेष पर शस्त्र का कभी भी उपयोग न करने तथा असहाय आम जनों की हर संभव मदद कर उनकी रक्षा करने, असामाजिक तत्वों पर लगाम लगाने तथा अपराधियों के विरुद्ध उचित वैधानिक कार्यवाही करने एवम जिले को अपराध मुक्त बनाने का संकल्प केसीजी पुलिस के द्वारा लिया गया, साथ ही जिले में शांति व्यवस्था, आपसी भाईचारा बना रहे के लिए शांति हवन कर जिले वासियों के खुशहाली की कामना करते हुए विजयदशमी की समस्त अधिकारी कर्मचारियों एवं जिले वासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी गई।

 पुलिस अधीक्षक श्री त्रिलोक बंसल ने कहा पुलिस विभाग में शस्त्र का विशेष महत्व है. आम जनता की सुरक्षा के लिए पुलिस को कई बार शस्त्र भी उठाना पड़ता है, शस्त्र पूजा का आयोजन कर विजयादशमी के दिन पुलिस लाइन में विजयदशमी का पर्व मनाया जाता है एवं विजयदशमी की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा की विजयदशमी का पर्व आपके जीवन में खुशियां लेकर आए. असत्य पर सत्य की जीत का पर्व है और इसको इसी तरह से सेलिब्रेट करें और अपने अंदर के रावण को मारकर राम को जगाएं। पुरातन काल से मनाया जा रहा दशहरा, दशहरा पर्व बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की जीत का पर्व है. मान्यता है कि इस दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध कर लंका पर विजय प्राप्त की थी. इसलिए दशहरे की इस पर्व को विजयादशमी के नाम से भी जानते हैं. मान्यता यह भी है कि इस दिन मां दुर्गा ने महिषासुर नाम के राक्षस का भी इस दिन वध किया था.इसलिए विजयादशमी के दिन शस्त्र पूजन का विशेष महत्व रहता है. यह परंपरा सदियों पुरानी है, जिसका निर्वहन आज भी किया जा रहा है।.उपस्थित स्टाफ को प्रसाद का वितरण किया गया, तथा पूजित शस्त्रों से पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, उप. पुलिस अधीक्षक एवं समस्त राजपत्रित अधिकारी व रक्षित निरीक्षक के द्वारा हवाई फायरिंग भी किया गया। सभी मिलकर जिला केसीजी मेें हर्ष उल्लास के साथ शस्त्र पूजन का कार्यक्रम रक्षित केन्द्र अमलीपारा के शस्त्रागार में आयोजित किया गया।









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