झाड़ीखैरी सरपंच के  खिलाफ ग्राम वासियों ने फिर से ‌खोला मोर्चा,बर्खास्तगी की मांग...पंचायत चुनाव बहिष्कार की चेतावनी

झाड़ीखैरी सरपंच के खिलाफ ग्राम वासियों ने फिर से ‌खोला मोर्चा,बर्खास्तगी की मांग...पंचायत चुनाव बहिष्कार की चेतावनी

राजनांदगांव   :  झाड़ी खैरी पंचायत के सरपंच द्वारा कथित रूप से की जा रही फर्जीवाड़ा का मामला एक बार फिर  गरमाया हुआ है। सप्ताह भर पूर्व झाड़ी खैरी के बड़ी ‌संख्या में ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय का घेराव किया था। इस दौरान ग्राम झाड़ी खैरी के सरपंच के खिलाफ 19 लाख रुपए की रिकवरी किए जाने की जानकारी सरपंच के खिलाफ मोर्चा खोले ग्रामीणों को हुई थी। इस संबंध में सोमवार को प्रेस वार्ता आयोजित कर झाड़ी खैरी के ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच के केवल 16 महिने के कार्यकाल में 19 लाख रुपए की रिकवरी की बात प्रशासन द्वारा जांच में सामने आई है तब तो सरपंच द्वारा अभी तक कराए जा रहे पंचायत  के विभिन्न कार्यो में फर्जीवाड़े की  जांच क्यो नही करवाई जा रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच ‌हेमसिंह निर्मलकर ने अभी तक कराए जा रहे पंचायत के विभिन्न कार्यो में और भी अधिक राशि की गड़बड़ी की है। जिसकी जांच कराई जानी आवश्यक है। पत्रकार वार्ता में ग्राम पंचायत झाड़ी खैरी के गोलू साहू ,चंद्रशेखर साहू, बसंत कुमार तितराम,आदि द्वारा झाड़ी खैरी सरपंच पर कलेक्टर की मेहरबानी का भी आरोप लगाया दिया गया और‌ कहा कि न जाने क्यों कलेक्टर सरपंच हेमसिंह निर्मलकर पर मेहरबान है। इस मेहरबानी के चलते झाड़ी खैरी पंचायत में लाखों रुपए के फर्जीवाड़ा करने वाले सरपंच हेमसिंह को प्रशासन द्वारा बचाया जा रहा है। 

ग्रामीणों ने सरपंच हेम सिंह को कांग्रेसी नेता नवाज खान का वरदहस्त प्राप्त होने  की बात कही और कहा कि प्रशासन में नवाज खान का दबदबा होने की वजह से पांच साल तक प्रदेश की सत्ता में रही कांग्रेस ने सरपंच हेम सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की ।अब जब प्रदेश में भाजपा की सरकार है तो झाड़ी खैरी के लोगो को एक उम्मीद बंधी थी कि  ग्राम पंचायत झाड़ी खैरी में लाखों की फर्जीवाड़ा करने वाले सरपंच हेमसिंह पर प्रशासन की गाज गिरेगी,, लेकर प्रशासन ही उसे बचाने पर तुला हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि इतने साल से ग्राम पंचायत झाड़ी खैरी में लाखों की फर्जीवाड़ा करने वाले सरपंच पर जांच नहीं बिठाई गई व मात्र 19‌ लाख की रिकवरी दिखा कर उसे अभयदान दे दिया गया तो ग्राम पंचायत झाड़ी खैरी के सैंकड़ों ग्रामीण आने वाले पंचायत चुनाव का बहिष्कार करने बाध्य होंगे। 


सरपंच ने लगाया फर्जी बिल प्रेस वार्ता में बताया गया कि आवेदकगण सुन्दरी बाई एवं अन्य ग्रामवासी ग्राम पंचायत झाडीखैरी, जनपद पंचायत छुरिया द्वारा सरपंच झाडीचौरी के विरुद्ध 14 में व 15 वें वित्त की राशि के विरुद्ध फर्जी मस्टर रोल एवं फर्जी बिल काउचर के द्वारा किए गए व्यय की जांच एवं भौतिक सत्यापन हेतु इस कार्यालय में आवेदन प्रस्तुत किया गया है। इस कार्यालय के शिकायत की जांच हेतु संयुक्त जांच दल गठित किया गया। गठित जांच दल द्वारा संयुक्त रूप से आवेदकगण द्वारा प्रस्तुत शिकायत पत्र में उल्लेखित तथ्यों की जांच कर, जाँच प्रतिवेदन की मूल नस्ती आवश्यक कार्यश: हेतु प्राप्त होने पर सरंपच ग्राम पंचायत झाडीखखैरी के विरूद्ध छ.ग.पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा 40 की कार्यवाही प्रारंभ की गई। प्रस्तुत शिकायत में आदिम जाति सोसाइटी की नवीन धान खरीदी केन्द्र में फर्जी मस्टररोल लगाया जाना ,जिसमें सरपंच अपने परिवार के सदस्यों का मजदूरी बिल निकाला गया जिसमें ग्राम पंचायत झाड़ीखैरी के ग्रामवासी द्वारा जन सहयोग से कार्य किया गया था। सरपंच अपने परिवार के सदस्यों का फर्जी मस्टररोल भरा है। चंद्रवंशी बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर्स पेंड्री द्वारा लगभग 2019-20 में 3,00,000/- रू. का फर्जी मुरूम ढुलाई का बिल लगाए है जो पूर्णतया फर्जी है जिसका भौतिक सत्यापन होना चाहिए. वर्ष 2021-22 मई चंद्रवंशी बिल्डिंग मटेरियल पेंड्री का लगभग दो लाख का मुरूम जुलाई का बिल लगाएं जो पूरी तरह का फर्जी है और मुरम लाइन नियम में नहीं है दोनों पंचायत में कहीं भी मुरूम की ढुलाई नहीं हुआ है। हरि ओम ट्रेडर्स द्वारा लगभग दो लाख का बिल, कचरा दुलाई का लगाया गया है जिसमें कोई भी काम नहीं है। 11 बिल पूरी तरीके से फर्जी है।


 पंचायत चुनाव  का बहिष्कार ग्रामीणों ने प्रेस वार्ता में बताया कि ग्राम पंचायत झाडीखैरी जनपद पंचायत में हम सब ग्राम वासियों ने झाडीखैरी सरपंच के खिलाफ लगातार 3 वर्षों तक उसके द्वारा किए गए भष्टाचार को उजागर करने के लिए शासन प्रशासन से लड़ाई लड़ रहे हैं परंतु पूर्व में कांग्रेस शासन होने के कारण कांग्रेस के बड़े नेताओं का संरक्षण सरपंच झाडीखैरी को प्राप्त था। इसके  बावजूद भी हमारी लड़ाई लगातार जारी रही और आज बीजेपी सरकार आने के बाद भी लगभग 9 महीने तक अनुविभागीय अधिकारी डोंगरगांव, कलेक्टर महोदय और बीजेपी सरकार से जुड़े सभी नेताओं के पास जाने के बाद तहसीलदार द्वारा तत्संबंधित जांच किया गया । उक्त जांच को अनुविभागीय अधिकारी डोंगरगांव 4 महीने तक रोक कर रखा गया था। हम सभी ग्राम वासियों द्वारा एसडीएम ओफिस धरना प्रदर्शन करने के बाद लगभग 19 लाख रूपए की वसूली योग्य राशि जो सरपंच का मात्र 16 महीने के कार्यकाल का है को अनुविभागीय अधिकारी डोंगरगांव ने आदेश किया है। परंतु कलेक्टर महोदय की ऐसी क्या मजबूरी या साठगांठ है जिससे सरपंच झाडीखैरी को धारा 40 के तहत बर्खास्त नहीं किया जा रहा और न एफ आई आर दर्ज किया गया जबकि सरपंच झाडीखैरी को दोषी मानते हुए उन पर 19 लाख रू की वसूली योग्य राशि निकाल ली गई। ग्रामीणों ने बताया कि 15 अक्टूबर को वसूली योग्य राशि की आदेश अनुविभागीय अधिकारी डोंगरगांव द्वारा किया गया है, और 17 अक्टूबर को धारा 40 में कार्यवाही करने हेतु ज्ञापन 3 नवंबर के तारीख पर पेशी दी गई है। ग्राम वासियों का कहना है कि जब झाड़ी खैरी सरपंच के मात्र 16 महिनेके कार्यकाल में 19‌ लाख की घोषित फर्जीवाड़ा हुआ है तो अब तक के कार्यकाल में न जाने कितने करोड़ का फर्जीवाड़ा किया होगा इस फर्जीवाड़े की जांच की मांग ग्राम पंचायत वासियों द्वारा की जा रही है और जांच के चलते सरपंच हेम सिंह की बर्खास्तगी की मांग की जा रही है लेकिन न जाने किसके दबाववश प्रशासन  सरपंच को बचाने में तुला हुआ है।  झाड़ी खैरी पंचायत के उप सरपंच  सुंदरी बाई ,पंच दुकलहीन बाई राधा बाई लता बाई नैन बाई आदि सहित,फुलेश कुमार,पूर्व सरपंच जगतुराम, संतोष तारण, भूतपूर्व सरपंच चमार राय, पूर्व पंच कमलेश कुमार आदि का कहना है कि यदि झाड़ी खैरी सरपंच की बर्खास्तगी नहीं हुई व उसके द्वारा किए जा रहे फर्जीवाड़ा का त्वरित जांच नहीं किया गया तो झाड़ी खैरी के आश्रित ग्राम बीजेपार‌ वालों‌ के साथ समस्त ग्रामवासी आगामी पंचायत चुनाव का पूरजोर तरीके से बहिष्कार करेंगे जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।









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