राजनांदगांव: ग्रामीण क्षेत्र की परम्परा के अनुसार धनतेरस के रोज मंगलवार को गांव के विभिन्न चौक चौहारों से लेकर ग्रामीण अंचलों में मां लक्ष्मी की विधि विधान से पूजा अर्चना कर प्रतिमाएं स्थापित की गई।
उल्लेखनीय है कि वर्षों पुरानी परम्परा का निर्वाहन करते हुए दीपावली के मौके पर अपने-अपने क्षेत्रों में आकर्षक पण्डाल बनाकर सुख समृद्धि की कामना के साथ मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करते है।
इसी परम्परा का निर्वहन करते हुए इस वर्ष भी ग्राम सिंघोला, सुरगी,सोमनी, आरला, जंगलेसर, कोपेडीह सहित विभिन्न स्थानो पर पण्डाल बनाकर मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित की गई। धनतेरस के रोज स्थापित इन प्रतिमाओं का दीपावली के दूसरे रोज हवन पूजन के बाद शोभा यात्रा निकालकर विसर्जन किया जायेगा।यहां बताना लाजमी होगा कि जिस तरह गणेश चतुर्थी, नवरात्र तथा विश्वकर्मा जयंती पर विभिन्न समितियों द्वारा भगवान गणेश, मां दुर्गा तथा भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमाएं स्थापित की जाती हैं वहीं बीते कुछ वर्षों से कई लक्ष्मी उत्सव समितियों द्वारा भी धनतेरस पर बकायदा पण्डाल बनाकर मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित की जाने लगी है। कई जगह पर लक्ष्मी पूजा के दिन विराजित किया जाएगा।ग्राम सिंघोला निवासी राकेश कुमार साहू उद्घोषक सिंघोलिया ने बताया कि ग्राम सिंघोला में मां लक्ष्मी युवा समिति शक्ति चौक सिंघोला के तत्वाधान में 6 नवंबर को छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम रंग झरोखा दुर्ग की प्रस्तुति होगी।
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