परमेश्वर राजपूत, गरियाबंद /छुरा :ओडिशा सीमावर्ती क्षेत्र के गांव चुरकीदादार में शासकीय कचना धुर्वा महाविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिन का विशेष शिविर का आयोजन किया गया है। जिसमें प्रतिदिन कालांश की शुरुवात योग सत्र से होती है जिसमें योगाचार्य मिथलेश कुमार सिन्हा के द्वारा शिविरार्थियों एवं ग्राम वासी को योग कराया जा रहा है ।
योगसत्र का प्रारंभ योगाचार्य मिथलेश ने सूक्ष्म व्यायाम का अभ्यास कराते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम पूरे शरीर के एक एक अंग को खोल कर विधिवत योगाभ्यास प्रारम्भ करना चाहिए। योगाचार्य मिथलेश ने बताया कि हमारे बीमार होने की प्रमुख वजह है शरीर में जमा विजातीय तत्व, शरीर में विजातीय तत्व की मात्रा बढ़ने की वजह से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसके कारण शरीर में हार्मोन्स का संतुलन प्रभावित होता है, शरीर में चर्बी बढ़ती है, त्वचा और बालों से जुड़ी समस्याएं होती हैं और कैंसर जैसे गंभीर रोगों का जोखिम भी बढ़ता है। यह हमारे रक्त में विषाक्तता का कारण भी बनता है। साथ ही किडनी, लिवर और शरीर के अन्य महत्वपूर्ण अंगों के संचालन को भी प्रभावित करता है। इन सभी रोगों से बचने के लिए हमें प्राकृतिक चिकित्सा से शरीर शोधन कर योगाभ्यास करना चाहिए। सत्र के दौरान अनुलोम विलोम, भ्रामरी प्राणायाम, वज्रासन, मंडूकासन, सुप्त वज्रासन आदि का अभ्यास कराया।
शिविर में रासेयो कार्यक्रम अधिकारी डॉ विनित कुमार साहू,सहायक प्राध्यापकसुश्री मधु दुबे ,संतोष सोरी, ओंकार निषाद, चांदनी ठाकुर, चांदनी मरकाम, नीलकमल, ओम आर्यन, लेखराज,संजू, बालेश्वरी एवं ग्राम वासी उपस्थित थे।



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