औरंगाबाद : औरंगाबाद के मदनपुर प्रखंड के शिवगंज गांव निवासी आदर्श कुमार ने पहले प्रयास में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित न्यायिक परीक्षा में 120वीं रैंक लाकर औरंगाबाद के साथ शिवगंज का नाम रोशन किया है। आदर्श के पिता अंडे और फल की दुकान लगाकर अपनी अजीविका चलाते हैं।
बिहार न्यायिक परीक्षा में आदर्श को मिली सफलता
बीते कुछ समय में पढ़ाई के प्रति आमजन का झुकाव बढ़ा है। गांव में रहने वाले ग्रामीण भी अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दे रहे हैं। ग्रामीण परिवेश के बच्चे शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कर रहे हैं। औरंगाबाद के मदनपुर प्रखंड के शिवगंज गांव निवासी विजय साव के पुत्र आदर्श कुमार ने ऐसा ही कमाल कर दिखाया है। आदर्श ने पहले प्रयास में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित न्यायिक परीक्षा पास कर ली है। आदर्श ने 120वीं रैंक लाकर औरंगाबाद के साथ ही शिवगंज का नाम रोशन किया है।
दिल्ली में रहकर की तैयारी
माता-पिता की मेहनत रंग लाई
आदर्श ने अपने माता-पिता की त्याग की कहानी बताते हुए कहा कि माता-पिता ने हमें कैसे शिक्षा दी है यह हम ही जानते हैं। पिता फल व अंडा बेचकर हमारी पढ़ाई के लिए पैसे देते थे। आदर्श के पिता विजय साव शिवगंज बाजार में ठंडी के दिन में अंडा बेचते हैं और बाकी दिनों में वो फल बेचकर अपना परिवार चलाते हैं। आदर्श की सफलता से परिवार के लोग उत्साहित हैं।
आदर्श की मां सुनैना देवी बेटे की सफलता पर खुशी से फूली नहीं समा रही हैं। वहीं आदर्श के घर पर भी बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। बधाई देने आदर्श के घर पहुंच रहे ग्रामीण सुनैना को बता रहे हैं कि आपका बेटा जज हो गया है। आदर्श के पिता विजय ने बताया कि मैंने बहुत गरीबी में बेटे को शिक्षा दिलाई है,आज जब वह सफल हुआ है तो लग रहा है कि हमारी मेहनत सफल हो गई।
आदर्श के छोटा भाई राजू कुमार भी गांव में टयूशन पढ़ाकर अपनी पढ़ाई कर रहा है। वहीं दादी सीता देवी पोते की सफलता पर बेहद खुश हैं। बधाई देने जो लोग घर पहुंच रहें हैं, उन्हें भी मिठाई खिलाकर बधाई दे रहे हैं।
वहीं आदर्श की सफलता पर बधाई देने पहुंचे राजद जिलाध्यक्ष अमरेंद्र कुशवाहा एवं व्यवसायी मुरारी सोनी ने बताया कि आदर्श का परिवार अत्यंत गरीब है। उसके पिता पांच भाई हैं और सभी छोटे व्यवसाय कर घर चलाते हैं। बेटे ने अपनी मेहनत से पिता का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है।



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