Sharmistha Mukherjee Slams Congress: 2004 से लेकर 2014 तक लगातार 10 सालों तक देश के प्रधानमंत्री रहने वाले मनमोहन सिंह का गुरुवार (26 दिसंबर) की रात को निधन हो गया। आज उनका निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
वहीं इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है, इस पत्र में उन्होंने मांग की है कि जहां पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार हो वहीं पर उनका एक स्मारक भी बनाया जाए। हालांकि इस पत्र पर केंद्र सरकार का जवाब भी आ गया है और वो पूर्व प्रधानमंत्री के सम्मान में स्मारक बनवाने के प्रस्ताव को स्वीकार भी कर चुकी है। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे और देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी ने कांग्रेस की इस मांग पर आपत्ति जताई है और कहा है कि जब प्रणब मुखर्जी का निधन हुआ था तब तो आपने एक शोक सभा तक नहीं बुलाई थी।
कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की मनमोहन सिंह के लिए स्मारक की मांग करने बात पर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने आपत्ति जताई है उन्होंने अपने सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा, 'जब बाबा का निधन हुआ था तब तो कांग्रेस कार्य समिति ने एक शोक सभा तक का आयोजन नहीं किया था और अब आप मनमोहन सिंह के निधन के बाद उनके लिए स्मारक बनवाने की केंद्र सरकार से अपील कर रहे हैं।' इतना ही नहीं शर्मिष्ठा मुखर्जी ने उस दौरान कांग्रेस नेतृत्व पर इस मुद्दे पर उन्हें गुमराह करने का भी आरोप लगाया है।
मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रस्ताव की आलोचना
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपने सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफॉर्म पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के उस प्रस्ताव की आलोचना की है जिसमें कांग्रेस चीफ ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के बाद उनका स्मारक बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। कांग्रेस ने इस पत्र में इस बात की मांग की है कि जहां पर मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार किया जाए वहीं पर उनके स्मारक के लिए भी उन्हें जमीन आवंटित की जाए। शर्मिष्ठा ने कहा कि 2020 में जब उनके पिता और देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन हुआ था तब कांग्रेस आला कमान ने एक शोकसभा बुलाने की जहमत भी नही।
कांग्रेस नेताओं ने किया था गुमराहः शर्मिष्ठा
शर्मिष्ठा ने बताया कि जब 2020 में उनके पिता का निधन हुआ था तब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने उन्हें ये कहकर गुमराह किया था कि भारत में राष्ट्रपतियों के निधन पर पार्टी कार्य समिति के शोकसभा बुलाने की परंपरा पहले से ही नहीं रही है। इसके बाद शर्मिष्ठा ने कांग्रेस नेता के उस तर्क को पूरी तरह से खारिज करते हुए उसे कोरी बकवास करार दिया था और कहा था कि मैंने अपने पिता की डायरियों में देखा कि इसके पहले भारत के पूर्व राष्ट्रपति के आर नारायणन के निधन के बाद कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक बुलाई गई थी और इस बैठ में पूर्व राष्ट्रपति के निधन के शोक संदेश का मसौदा किसी और ने नहीं बल्कि उनके पिता प्रणब मुखर्जी ने खुद तैयार किया था।
गांधी परिवार पर शर्मिष्ठा ने लगाया उपेक्षा का आरोप
इसके पहले बढ़ती उम्र संबंधी बीमारियों के चलते देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर, 2024 की रात दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था। अब जब केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री के स्मारक बनाए जाने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है तो पूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेताओं में से एक प्रणब मुखर्जी की बेटी ने अपने पिता के निधन के बाद कांग्रेस पार्टी पर उनकी उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने ये भी इशारा किया कि कांग्रेस ने पूर्व राष्ट्रपति के निधन के बावजूद भी उनकी उपेक्षा सिर्फ इसलिए की क्योंकि वो गांधी परिवार के सदस्य नहीं थे। शर्मिष्ठा ने बताया कि इसके पहले डॉ. मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार रहे डॉ. संजय बारू की किताब 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' में इस बात का जिक्र किया गया है कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने कैसे पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव के लिए दिल्ली में कभी कोई स्मारक नहीं बनाया, जिनका 2004 में निधन हुआ था।
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