एक छोटी सी पहाड़ी लकड़ी भगाए जहरीले सांप और कीड़े क्या है खासियत..

एक छोटी सी पहाड़ी लकड़ी भगाए जहरीले सांप और कीड़े क्या है खासियत..

सांप का नाम सुनकर ही लोगों के पसीने छुट जाते हैं. ऐसे में यदि घर में ही गलती से सांप निकल जाए तो लोग बहुत डर जाते हैं, और खुद को खतरे में उलझा देख उसे डंडे से पीटकर मार देते हैं. लेकिन यह समझना जरूरी है, कि सांप को मारना ही इससे छुटकारा पाना एकमात्र रास्ता नहीं है. सांप न सिर्फ किसानों के मित्र है बल्कि हिन्दू धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान शंकर के गले में सांप विराजमान होने के कारण इसकी हत्या को पाप भी माना गया है.

भारत में सांपों को घर से दूर रखने के लिए कई घरेलू नुस्खे खूब आजमाए जाते हैं. कई सारे पौधे ऐसे हैं, जो अपनी गंध के कारण सांप को घर से दूर रखने के लिए कारगर माने जाते हैं. इसमें लेमन ग्रास, गेंदा का फूल, स्नैक प्लांट, तुलसी, कैक्टस मुख्य रूप से शामिल है. इन्हीं में से एक घरेलू नुस्खा देवदार की लकड़ी से जुड़ा है. पहाड़ के लोगों अक्सर जहरीले कीटों और सांप से बचने के लिए इसकी लकड़ी का यूज करते हैं. पुराने समय से ही पहाड़ में अपनी उम्र पूरी कर चुकी एक देवदार की लकड़ी को घर में रखा जाता है. देवदार की लकड़ी की बदबू, जहरीले कीट-पतंगों और सांप से बचाने में सहायक होती हैं. इसकी लकड़ी जब अच्छे से सूख जाती है, तो एक हाथ के साइज की लकड़ी घर में रखी जाती है.

देवदार की लकड़ी की खासियत

बागेश्वर के स्थानीय जानकार किशन मलड़ा ने बताया कि पुराने जमाने में लोग देवदार की सूखी लकड़ी को घर में रखते थे, और आज नई पीढ़ी भी इसे घर में रखती हैं. इसके पीछे की खास वजह यह है कि देवदार की महक से सांप व जहरीले कीट-पतंग दूर भागते हैं. इसकी महक सांप को पसन्द नहीं होती है. जिस कारण सांप इससे दूरी बनाए रखता है. देवदार का पेड़ मुख्य रूप से उच्च हिमालयी क्षेत्रों में उगता है. इसकी लकड़ी सामान्य तौर पर भी बेहद टिकाऊ, मजबूत और महंगी होती है. देवदार के पेड़ कुमाऊं के बागेश्वर, अल्मोड़ा, चमोली, पिथौरागढ़ और चंपावत में पाए जाते हैं.

ऐसे कर स्तेमाल

सांप भगाने के लिए देवदार की सूखी लकड़ी बेहतर मानी जाती है. घर में रखने के लिए लकड़ी करीब एक हाथ लंबी चाहिए. लकड़ी को दरवाजे के पीछे, रैंक में या फिर बेड के नीचे आसानी से रख सकते हैं. देवदार की सूखी लकड़ी में कम से कम दस साल तक महक बनी रहती है. इस लकड़ी की एक और खासियत है इसमें दीमक नहीं लगता है. जिस कारण पहाड़ के पुराने घरों में इसके खिड़की और दरवाजे भी बनाए जाते थे. आप भी इस तरीके को अपनाकर अपने घर को सांप और कीट-पतंगों से बचा सकते हैं.








You can share this post!


Click the button below to join us / हमसे जुड़ने के लिए नीचें दिए लिंक को क्लीक करे


Related News



Comments

  • No Comments...

Leave Comments