नई दिल्ली: नव्य-भव्य मंदिर में रामलला की प्रतिष्ठा का एक साल पूरा हो गया है। यह एक साल राम मंदिर के साथ रामनगरी को भव्यता के शिखर पर ले जाने वाला रहा है। देश-विदेश से प्रतिदिन आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ तो यहां के कारोबार में चार चांद लग गए। आइए जानते हैं अयोध्या के लिए कैसा रहा ये एक साल और कितनी बदली रामनगरी की तस्वीर...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच अगस्त 2020 को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया था। इस दिन घोषित तौर पर राम मंदिर के ही लिए भूमि पूजन हुआ था, लेकिन इसी के साथ अघोषित तौर पर रामनगरी को श्रेष्ठतम सांस्कृतिक नगरी का स्वरूप दिए जाने के भी अभियान का आरंभ हो गया था। भूमि पूजन के बाद के चार वर्षों की यात्रा में यदि इस उन्नयन का आधारभूत ढांचा और भवन तैयार हुआ, तो रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से राम मंदिर के साथ रामनगरी शिखर का स्पर्श कर रही है।
कितनी बदली अयोध्या की तस्वीर?
रामनगरी में जहां पहले प्रतिदिन चार-पांच हजार श्रद्धालुओं का आगमन होता था, अब वहां हर दिन डेढ़ से दो लाख लोग पहुंच रहे हैं।
देश-विदेश से आने वाले ये श्रद्धालु रामलला का तो दर्शन कर ही रहे हैं, विभिन्न पर्यटन स्थलों का भी भ्रमण कर उनके सौंदर्य को निहार रहे हैं। बड़ी संख्या में पर्यटकों के आगमन से वीरान पड़े स्थल भी संवर उठे हैं।
बड़े-बड़े समूहों के होटल-रेस्टोरेंट खुल गए हैं, जो प्रतिदिन लाखों का कारोबार कर अर्थव्यवस्था का सुदृढ़ बना रहे और लोगों को आनंद का अवसर प्रदान कर रहे हैं
अर्थव्यवस्था ने भी पकड़ी गति
योगी सरकार ने विभिन्न पर्यटन स्थलों के सुंदरीकरण के लिए सरकारी खजाने का मुंह खोला तो अयोध्या की नैसर्गिक आभा सैलानियों को आकर्षित करने लगी।
सुदूर क्षेत्रों से लोगों के आगमन और ठहरने के कारण यहां की अर्थव्यवस्था ने भी गति पकड़ ली है।
प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोगों के आगमन व उनके ठहराव से लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिला है।
डेढ़-दो साल पहले जो व्यक्ति अयोध्या में किसी भी प्रकार के कारोबार से हर दिन 500-600 रुपये की आय करता था, अब उसकी भी हजार-डेढ़ हजार रुपये से ऊपर की आमदनी हो रही है।
अयोध्या में खुले बड़े होटल और रेस्टोरेंट
देश-विदेश के लोगों के आने के कारण ही अयोध्या में रैडिसन, मैरिएट, ओबरॉय, ताज, डोमिनोज जैसे बड़े औद्योगिक समूहों ने होटल-रेस्टोरेंट खोल लिए हैं।
ये बड़े-बड़े होटल प्रतिदिन लाखों का कारोबार तो कर ही रहे हैं, प्रदेश की अर्थव्यवस्था में भी अपना योगदान प्रदान कर रहे हैं
22 जनवरी को एक साल कैसे हुआ पूरा?
दरअसल, पंचांग के अनुसार रामलला का पाटोत्सव तो 11 से 13 जनवरी के बीच संपन्न हो चुका है। अब कैलेंडर के अनुसार 22 जनवरी को भव्य मंदिर में रामलला की प्रतिष्ठा का एक साल पूरा हो गया है।
ट्विटर पर भी ट्रेंड कर रहा है #रामलला_प्राणप्रतिष्ठा
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के एक वर्ष पूरे होने पर सोशल मीडिया पर भी बधाइयां दी जा रही हैं। एक्स पर #रामलला_प्राणप्रतिष्ठा के साथ लोग सभी देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दे रहे हैं।
राजस्थान सरकार के मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने एक पोस्ट में लिखा, जय श्री राम, पावन नगरी श्री अयोध्या धाम में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा दिवस की सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।''
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