देश-विदेश के मशहूर पर्यटक स्थलों को करीब से देखने-समझने का मौका तभी मिलेगा, जब आप अपने घर से बाहर ट्रैवल पर निकलेंगे. इससे ना सिर्फ आपका बल्कि आप जिस देश में घूमने जाते हैं उसका भी फायदा होता है. इसके लिए दुनिया का हर देश अपने-अपने हिसाब से टूरिस्ट के लिए तैयारी करता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस धरती पर एक ऐसा देश भी है, जो दुनियाभर के लोगों को अपने यहां सुकून भरी नींद के लिए बुलाता है.
हम बात कर रहे हैं स्वीडन के बारे में जो धीरे-धीरे ‘स्लीप टूरिज्म’ के लिए ग्लोबल डेस्टिनेशन बनता जा रहा है. इस देश में एक गांव है, जो शहरी जीवन की भागदौड़ से कोसों दूर है. यहां हर चीज़ एक अनोखी शांति और ताजगी से भरपूर लगती है. दरअसल ये एक आईलैंड है जो अपने द्वीप समूहों के खूबसूरत नजारों के लिए जाना जाता है. यहां हर साल लाखों ऐसे लोग आ रहे हैं जो अपनी नींद की कमी से परेशान है.
आखिर क्या है यहां ऐसा?
यहां आने वाले पर्यटक शांत प्राकृतिक सुंदरता और ठंडे इलाकों में सुकून ढूंढने आ रहे हैं. अंग्रेजी वेबसाइट BBC के मुताबिक यहां ना तो आपको कोई लग्जरी सुविधा मिलेगी और ना ही कोई विशेष तरह की सुविधा बल्कि यह प्रकृति के करीब आने और सादगी को अपनाने पर केंद्रित है. इसकी इसी सुविधा के कारण यहां सालभर में लाखों लोग आते जा रहे हैं. यहां आने वाले यात्रियों को कुछ खास तरह की सुविधा भी दी जाती है.
दरअसल यहां आने वाले यात्रियों को ना सिर्फ प्राकृतिक सुंदरता देखने को नहीं मिलता है, बल्कि होटलों में ब्लैकआउट रूम, स्लीप-प्लेलिस्ट और मोबाइल-फ्री वेलनेस एरिया जैसी सुविधाएं दी जाती है. जिससे वो अपने अंदर के टेंशन को पूरी तरीके से भूलकर एक उर्जा को प्राप्त करे.
क्यों खींचे चले आ रहे हैं पर्यटक?
अपने एक इंटरव्यू में एक सैलानी ने अपने अनुभव को शेयर करते हुए लिखा कि मैं जब यहां घूमने गया तो मुझे एक बहुत ही साधारण कमरा दिया गया है. जिसमें एक बिस्तर एक कुर्सी और एक साइड टेबल. लेकिन मुझे यहां वो मिला, जिसकी उम्मीद मैंने अपनी जिंदगी में कभी नहीं की थी.
इस टूरिजम को लेकर उप्साला यूनिवर्सिटी के स्लीप रिसर्चर क्रिश्चियन बेनेडिक्ट ने कहा कि ये देश विशाल वाइल्डरनेस, ठंडी रातें और प्रकृति के साथ जुड़ाव के लिए जाना जाता है. अगर कोई अपने मानसिक स्वास्थ को बेहतर करना चाहता है तो वो यहां जरूर आए.
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