वृंदावन के प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। इस बार उनका एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे महिलाओं के कपड़ों और उनके अधिकारों पर अपने विचार व्यक्त करते नजर आ रहे हैं।यह वीडियो किसी टीवी चैनल के इंटरव्यू का हिस्सा लग रहा है, जिसमें एक महिला होस्ट उनसे सवाल पूछती दिख रही हैं।
इंटरव्यू में क्या कहा अनिरुद्धाचार्य ने?
वीडियो में होस्ट अनिरुद्धाचार्य से पूछती हैं कि आपने कहा था कि नारियों को वरगला दिया गया और भड़का दिया गया। इस पर अनिरुद्धाचार्य ने एक बेहद विवादास्पद जवाब दिया। उन्होंने कहा, "पहले अगर कपड़े उतार दिए जाते थे तो महाभारत हो जाया करती थी। लेकिन आज हम वहीं पहनने के लिए कह रहे हैं तो आप महाभारत करने को तैयार हैं।"
यह बयान सुनकर होस्ट ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और कहा कि वह अपने हक की बात कर रही हैं। इस पर अनिरुद्धाचार्य ने और भी विवादास्पद टिप्पणी की। उन्होंने कहा, "हक़ क्या निर्वस्त्र होकर घूमने है आपको? आपका हक यह है कि आपको कोई कपड़े नहीं पहने तो मत पहनो, हमें क्या दिक्क़त है, उतार दो।"
समाज में प्रतिक्रियाएं: विरोध और समर्थन
अनिरुद्धाचार्य के इस बयान ने सोशल मीडिया पर तूफान खड़ा कर दिया है। कई लोग उनके बयान की आलोचना कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग उनका समर्थन भी कर रहे हैं। महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने इस बयान को महिलाओं के प्रति अपमानजनक और पितृसत्तात्मक सोच का प्रतीक बताया है।
एक महिला अधिकार कार्यकर्ता ने कहा, "यह बयान दर्शाता है कि हमारे समाज में अभी भी महिलाओं के कपड़ों और उनके शरीर पर नियंत्रण रखने की मानसिकता मौजूद है। यह स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन है।"
वहीं, अनिरुद्धाचार्य के समर्थकों का कहना है कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। एक समर्थक ने कहा, "वे केवल यह कहना चाह रहे थे कि हमारी संस्कृति में शालीनता का महत्व है। उनके शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है।"
Comments