राणा सांगा विवाद पर सपाई के बाद अब कांग्रेस ने मोल ले ली मुसीबत

राणा सांगा विवाद पर सपाई के बाद अब कांग्रेस ने मोल ले ली मुसीबत

राज्यसभा में राणा सांगा को लेकर सपा सांसद रामजी लाल की टिप्पणी पर खूब हंगामा हुआ। बीजेपी और उनके सहयोगी दल माफी की मांग पर अड़े हैं। हालांकि कांग्रेस ने इस पूरे विवाद में एक तरीके से खुद अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार ली है। इससे अब रामजी लाल और समाजवादी पार्टी के अलावा कांग्रेस पर निशाने पर आ गई है।

राज्यसभा में शुक्रवार को बीजेपी के सदस्यों ने राणा सांगा पर रामजी लाल की टिप्पणी का विरोध किया और मांग उठाई कि सपा सांसद अपने बयान को लेकर माफी मांगें। बीजेपी ने कांग्रेस से भी रुख स्पष्ट करने को कहा था। हालांकि यहां रामजी लाल की बात पर बोलने के बजाय कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बार-बार विवाद को जातीय मुद्दा बनाने की कोशिश की। हालांकि बीजेपी ने कह दिया है कि कांग्रेस और रामजी लाल जब तक इस मामले पर सदन में खड़े होकर माफी नहीं मांग लेते हैं, हम समझौता नहीं करने वाले हैं।

राणा सांगा विवाद पर मल्लिकार्जुन खड़गे क्या बोले?

राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि इस देश में जो भी देश के लिए लड़े हैं, हम उनका सम्मान करते थे। लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि कानून अपने हाथ में लेकर अगर कोई किसी के घर पर तोड़फोड़ करता है, ये हम बर्दाश्त नहीं करेंगे और इसका खंडन करता हूं। मल्लिकार्जुन खड़गे यहां रामजी लाल के घर पर करणी सेना के हमले को लेकर मुद्दा लेकर आए। उन्होंने कहा कि ये लोग सांसद के घर पर तोड़फोड़ करते हैं। उनकी गाड़ी को तोड़ते हैं। यहां मामले को जाति से जोड़ने की कोशिश करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ये गलत हो रहा है। ये अपमान जनक दलितों के खिलाफ हो रहा है। इसे कभी सहन नहीं करेंगे। अहम ये कि यहां मल्लिकार्जुन खड़गे ने राणा सांगा पर रामजी लाल की टिप्पणी को लेकर चुप्पी साधे रखी।

हालांकि यहां प्रमोद तिवारी ने मामले को संभालने की कोशिश की। उन्होंने राणा सांगा को बहादुर और हीरो बताकर कांग्रेस की छवि बचाने की कोशिश की। प्रमोद तिवारी ने अपने बयान में कहा- 'राणा सांगा इस देश के बहादुर थे। वो हीरो थे। मैं राणा सांगा की वीरता को प्रणाम करता हूं।'

कांग्रेस के रुख पर बीजेपी ने पलटवार किया

कांग्रेस के जवाब के बाद बीजेपी सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल ने पलटवार किया। उन्होंने कहा- 'उन्होंने कह दिया होता कि गलती से बोल दिया। सदन और सदन के बाहर भी स्पष्टीकरण दिया होता कि मैं ऐसा नहीं कहना चाहता था। अपनी बयान पर माफी मांग ली होती तो विवाद उसी समय खत्म हो गया होता।' राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा- 'आश्चर्य की बात है कि सांसद (रामजी लाल) का बयान आया- मैं मरते मर जाउंगा बात वापस नहीं लूंगा। ये बताता है कि जो इन्होंने कहा था वो सोच समझकर और नियोजित तरीके से कहा था।'

खड़गे की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि ये जो INDI गठबंधन है, ये टिप्पणी इनकी मानसिकता को दर्शाता है। एक बार एक सदस्य के कहने को छोड़ा जा सकता था, लेकिन नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष होते हुए भी जो कहा है वो अक्षम है। ये अपराधियों को पूरी तरह संरक्षण देने का काम करता है। बीजेपी सांसद ने कहा- 'उन्होंने (खड़गे) राणा सांगा को जानबूझकर और दलित समाज से जोड़कर दलित का मुद्दा उठाकर दोबारा राणा सांगा को अपमानित किया है। उन्होंने मामले का राजनीतिकरण किया है। ये उनकी सोची हुई मंशा है।'









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