धमतरी: जिले में पुलिस हिरासत में मौत का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। इस प्रकरण में जिले के एसपी ने साइबर सेल के सभी 11 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया गया है।इससे पहले एसपी ने चार थाना प्रभारी, दो चौकी प्रभारी और सायबर सेल इंचार्ज को पहले ही हटा दिया गया था। इस पूरे मामले की जांच के लिए मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने भी कमेटी गठित किया है। मंगलवार को यह टीम जाँच के लिए मौके पर पहुंची थी।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल हिरासत में जान गंवाने वाला मृतक दुर्गेश सोनकर राजनांदगांव जिले के भंवरमरा का रहने वाला था। उसके खिलाफ धमतरी जिले के अर्जुनी थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। मृतक पर आरोप था वह क्षेत्र के किसानों के धान को ऊंचे दाम देने का झांसा देकर खरीदा था, लेकिन किसानों को पैसा नहीं दिया था। चेक दिया था, लेकिन वह खाली था। एफआईआर के बाद पुलिस ने दुर्ग से युवक को गिरफ्तार किया था। परिजनों का आरोप है कि पूछताछ के दौरान पुलिस ने उन्हें इतना मारा कि उनकी जान चली गई। हालांकि इस पर पुलिस का कहना है कि युवक की मौत हार्ट अटैक से हुई है। 29 मार्च को उन्हें दुर्ग के पास गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने परिजनों को जानकारी नहीं दी थी। उन्होंने कहा कि मेरे पति मारा गया है। संकल में मेरे पीटा गया।
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कांग्रेस की जाँच समिति
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने इस प्रकरण की जाँच के लिए 5 सदस्यों वाली समिति का गठन किया है। कमेटी में गुंडरदेही, बालोद, धमतरी और सिहावा विधायक के साथ धमतरी जिला कांग्रेस अध्यक्ष शामिल है। टीम ने मंगलवार को अर्जुनी थाना जाकर मामले की जांच की। पुलिस अफसरों से जानकारी जुटाने के बाद दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई और पीड़ित परिवार को 50 लाख मुआवजा देने की मांग की है।
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