बिलासपुर : शिक्षा विभाग से जुड़े शिक्षकों के लिए एक बड़ी राहत और उपलब्धि की खबर सामने आई है। बिलासपुर संभाग में प्रधान पाठकों की बहुप्रतीक्षित पदोन्नति का आदेश आखिरकार जारी कर दिया गया है। यह आदेश 23 अप्रैल से 1 मई तक आयोजित काउंसलिंग प्रक्रिया के बाद जारी किया गया है, जिसमें शिक्षकों ने अपनी पसंद के स्कूलों का चयन किया था।
ई-संवर्ग के तहत प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक (एलबी) और शिक्षक स्नातक प्रशिक्षित (एलबी) को पदोन्नति देकर पूर्व माध्यमिक शाला में प्रधान पाठक (एलबी) बनाया गया है। वहीं नियमित पदोन्नति के तहत भी प्रधान पाठकों की सूची जारी की गई है। इस प्रक्रिया में कुल 928 शिक्षकों को प्रमोशन मिला है, जिसमें 320 नियमित प्रधान पाठक और 337 ई-संवर्ग प्रधान पाठक, टी संवर्ग नियमित 114 और टी संवर्ग एलबी 157 शामिल हैं।
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बिलासपुर संभागीय संयुक्त संचालक (जेडी) आरपी आदित्य ने सभी प्रमोटेड प्रधान पाठकों को 7 मई तक अनिवार्य रूप से कार्यभार ग्रहण करने का निर्देश जारी किया है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया है कि यदि कोई शिक्षक पदोन्नति स्वीकार नहीं करता, तो उसे 10 दिवस के भीतर लिखित रूप से अस्वीकृति का निवेदन प्रस्तुत करना होगा।
निर्देश में यह भी कहा गया है कि अगर किसी संस्था में पदोन्नति के कारण वह संस्था शिक्षकविहीन या एकल शिक्षक की स्थिति में आ जाती है, तो पदोन्नत शिक्षक को वैकल्पिक व्यवस्था होने तक वर्तमान संस्था में ही कार्यभार ग्रहण करना होगा। इससे शैक्षणिक व्यवस्था में बाधा न आए, इस पर विशेष ध्यान दिया गया है।जिन स्कूलों में शिक्षकों का पदांकन किया गया है, उनमें अब किसी भी तरह का संशोधन नहीं किया जाएगा। यह काउंसलिंग की पारदर्शिता और पूर्व सहमति पर आधारित है।
इस पदोन्नति प्रक्रिया के पीछे सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन की अहम भूमिका रही है। संगठन ने लंबे समय से पदोन्नति को लेकर ज्ञापन, मांग पत्र और लगातार संवाद के जरिए शासन-प्रशासन से आग्रह किया था। अंततः इन प्रयासों का सकारात्मक परिणाम सामने आया है।
फेडरेशन के जांजगीर जिला अध्यक्ष रविंद्र राठौर ने सभी पदोन्नत प्रधान पाठकों को बधाई देते हुए कहा कि यह कदम न केवल शिक्षकों के मनोबल को बढ़ाएगा बल्कि शिक्षा व्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही सभी पदोन्नत शिक्षक अपनी नई संस्थाओं में योगदान देंगे और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में कार्य करेंगे। उन्होंने संयुक्त संचालक आरपी आदित्य, शिक्षा संचालक भूपेंद्र कौशिक, प्रशांत राय का बहुत-बहुत धन्यवाद ज्ञापित किया है।
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