रायपुर : राजधानी के जिला सहकारी बैंक में हुए करोडो के घोटाले में पंजीयक ने बड़ी कार्यवाही की है। 30 अप्रैल को हुए स्टाफ कमेटी की बैठक में बोर्ड ने छह बैंक कर्मियों को बर्खास्त करते हुए 2 को पदावनत कर दिया है। वही घोटाले में शामिल अन्य कर्मियों का वेतनवृद्धि रोकने का निर्णय लिया गया है। बैंक प्रबधन ने प्रेस रिलीज जारी कर बैठक और लिए गए निर्णय की जानकारी सार्वजानिक किया।
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साल 2016 से 2023 के बीच जिला सहकारी केंद्रीय बैंक रायपुर के सीओडी ब्रांच में 3.09 करोड़ रुपये का घोटाला करने वाले पांच कर्मचारी चंद्रशेखर डग्गर, संजय शर्मा, विजय कुमार वर्मा, घनश्याम देवांगन एवं पंकज सराफ को सेवा से बर्खास्त किया गया है। सभी ने सुनियोजित तरीके से बैंक के आंतरिक खाते से पैसा अपने निजी खातों में ट्रांसफर किया था। इस दौरान बैंक मैनेजर रहे अशोक पटेल एवं प्रकाश गवारले का डिमोशन किया गया है। वही घोटाले में शामिल अन्य कर्मचारियों का वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने और उनसे वसूली की जा जाएगी।
जिला सहकारी बैंक के गंज एवं खोरपा शाखा में 1.01 करोड़ के गबन करने वाले 04 कर्मचारीयो में मुख्य आरोपी विजय कुमार वर्मा को सेवा से बर्खास्त करते हुए घोटाले में शामिल रही शारदा वर्मा का डिमोशन किया गया और दो अन्य कर्मियों का कर्मचारियों का वार्षिक वेतनवृद्धि रोककर उनसे वसूली की जाएगी।
बलौदाजार जिले के शाखा बटगन बैंककर्मियों ने 3.45 करोड़ रुपये का गबन किया था। घोताले के मुख्य आरोपी सूरज कुमार साहू को सेवा से बर्खास्त करने एवं वसूली प्रकरण दायर करने का निर्णय पारित किया गया। बैंक के प्राधिकृत अधिकारी व आयुक्त कुलदीप शर्मा ने कहा कि
“सहकारी बैंकों में अनियमितता के प्रकरणों में लगातार कार्यवाही की जा रही है तथा बैंको के कार्यो को पारदर्शी व जवाबदेही तय करने के प्रयास निरंतर जारी है। बैंको में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी बर्दास्त नही की जावेगी।”
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