ज्येष्ठ महीने में भूलकर भी ना करें ये काम

ज्येष्ठ महीने में भूलकर भी ना करें ये काम

सनातन धर्म में ज्येष्ठ महीने का अत्याधिक महत्व होता है। इस महीने में गर्मी अपने चरम पर होती है जिस वजह से इस दौरान जल के बचाव पर अधिक ध्यान दिया जाता है। इस साल ये महीना 13 मई से शुरू हो रहा है और इसका समापन 11 जून को होगा। इस महीने में सूर्य देव को अर्घ्य देने से आरोग्य और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज्येष्ठ महीने में तीन कार्यों को करने की सख्य मनाही होती है। जानिए ये कौन से कार्य हैं।
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ज्येष्ठ में बड़े पुत्र या पुत्री का नहीं करते विवाह

आपने भी अपने घर के बड़े बुजुर्गों से कभी न कभी सुना होगा कि जेठ महीने में घर के बड़े लड़के या लड़की का विवाह नहीं करना चाहिए। दरअसल ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जेष्ठ मास में घर के जेष्ठ पुत्र या पुत्री का विवाह करने से अशुभ फल की प्राप्ति होती है। सदियों से ये मान्यता चली आ रही है जिसे सनातन धर्म के लोग आज भी निभाते हैं। लेकिन अगर वर-वधु में से कोई एक ही ज्येष्ठ है तो विवाह करने में दोष नहीं लगता है।
 

बैंगन नहीं खाया जाता

ज्येष्ठ महीने में बैंगन का सेवन नहीं करना चाहिए। मान्यताओं अनुसार इस महीने में बैंगन का सेवन करने से संतान को नुकसान पहुंचता है। साथ ही, कुछ लोग इसे शरीर में वात रोग और गर्मी बढ़ाने वाला मानते हैं। इसलिए भी इस महीने में इस सब्जी का सेवन करने से मना किया जाता है।
 

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दिन में नहीं सोया जाता

ऐसी मान्यता है कि ज्येष्ठ महीने में दिन के समय सोने से व्यक्ति किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त हो सकता है। इसलिए इस पूरे महीने में दिन में सोने से मना किया जाता है।









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