सभी लोग अपनी श्रद्धा के अनुसार, घर पर ही या फिर मंदिर जाकर पूजा-पाठ करते हैं। वास्तु शास्त्र में माना गया है कि अगर आप अपने घर के मंदिर में कुछ नियमों का ध्यान रखते हैं, तो इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह और भी बढ़ जाता है। वास्तु शास्त्र (Mandir Vastu Tips) में घर के मंदिर में कुछ मूर्तियों को एक साथ रखना शुभ नहीं माना जाता है। चलिए जानते हैं इस बारे में।
मिल सकते हैं बुरे परिणाम
वास्तु शास्त्र में यह भी माना गया है कि घर के मंदिर में कभी भी शनिदेव और भगवान शिव की मूर्तियों को एक साथ नहीं रखना चाहिए। शनिदेव कर्मफल दाता हैं, वहीं भगवान शिव को मुक्तिदाता के रूप में जाना जाता है। ऐसे में शिव जी और शनिदेव की मूर्तियों को एक साथ रखने से आपको नकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।
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हनुमान जी के साथ न रखें ये मूर्ति
वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार, मंदिर में कभी भी हनुमान जी और शनिदेव की भी मूर्ति को साथ नहीं रखना चाहिए। इसी के साथ इस बात का भी ध्यान रखें कि हनुमान जी की मूर्ति को हमेशा मंदिर में इस प्रकार रखें कि उनका मुख दक्षिण दिशा की ओर हो।
इन मूर्तियों को न रखें साथ
वास्तु शास्त्र में यह भी माना गया है कि मंदिर में देवी लक्ष्मी और माता काली की मूर्ति को एक साथ नहीं रखना चाहिए। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, देवी लक्ष्मी धन और वैभव की देवी के रूप में जानी जाती हैं, वहीं काली माता, देवी सती का उग्र स्वरूप हैं। ऐसे में इन दोनों मूर्तियों को मंदिर में साथ रखने पर आपको अशुभ परिणाम झेलने पड़ सकती हैं।
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रखें इन बातों का ध्यान
घर के मंदिर में मां काली, राहु, केतु, और शनि देव की मूर्ति रखना शुभ रखना भी शुभ नहीं माना जाता। इसी के साथ अगर आप अपने मंदिर में शिवलिंग स्थापित किए हुए हैं, तो उसके पास बहुत अधिक मूर्ति न रखें और नंदी जी को शिवलिंग के सामने रखें।
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