लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की हालिया 'नरेन्द्र सरेंडर' टिप्पणी के जवाब में केंद्रीय टेलीकाम एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र का विकास मामलों के मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस पर देश की वैश्विक प्रतिष्ठा को कमजोर करने और सेना की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि कांग्रेस को देश के स्वाभिमान की चिंता नहीं है।एक साक्षात्कार में ज्योतिरादित्य ने कहा, ''एक राजनीतिक दल के बारे में कहने के लिए और क्या बचा है जिसे देश के लोगों ने पहले ही नकार दिया है? राष्ट्र की गरिमा और सम्मान सर्वोपरि होना चाहिए।''
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राहुल गांधी का नाम लिए बिना किया हमला
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस इस स्तर तक गिर गई है कि वह अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत को शर्मिंदा करती है और भारतीय सेना की ताकत पर संदेह करती है। जब सर्जिकल स्ट्राइक या बालाकोट आपरेशन हुआ, तो उन्होंने सुबूत मांगे। जब आपरेशन सिंदूर हुआ, तो उन्होंने सवाल उठाया कि कितने (लड़ाकू) विमान दुर्घटनाग्रस्त हुए। यह स्पष्ट हो गया है कि भारत के लोगों को उस पार्टी की चिंता नहीं है जिसे भारत के सम्मान की चिंता नहीं है। सीधे तौर पर राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन्होंने पूछा, ''कौन सा देशभक्त देश से बाहर जाकर उसकी गरिमा को धूमिल करता है?''
'बिहार में होगी भाजपा नेतृत्व वाले गठबंधन की जीत'
ज्योतिरादित्य ने बिहार में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग गठबंधन की सत्ता में वापसी के प्रति विश्वास जताया। उन्होंने कहा, ''भाजपा और उसके गठबंधन सहयोगी एकजुट हैं, हम एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे और आसानी से जीतेंगे।''
बिहार में इस वर्ष के अंत में चुनाव होने हैं। पूर्वोत्तर के सवाल पर उन्होंने कहा कि भारत के 36 राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश एक ट्रेन की तरह हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रगतिशील दृष्टिकोण के तहत पूर्वोत्तर क्षेत्र निश्चित रूप से 2047 तक विकसित भारत की ओर अग्रसर इस ट्रेन का इंजन बन गया है। 65 वर्षों तक पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास एवं प्रगति से वंचित था, लेकिन पिछले सिर्फ 11 वर्षों में क्षेत्र में आमूलचूल बदलाव हुआ है, चाहे वे सड़कें हों या रेलवे, हवाई सेवाएं, स्वास्थ्य सेवाएं एवं सामाजिक सुरक्षा।
इंडिया पोस्ट को बनाएंगे लाजिस्टिक पावरहाउस
ज्योतिरादित्य ने बताया कि तेजी से विकसित हो रहे ई-कामर्स ईकोसिस्टम में सरकार इंडिया पोस्ट को कामकाज का आधुनिकीकरण करके, लागत सुव्यवस्थित करके एवं इसकी उपस्थिति को मजबूत बनाकर लाजिस्टिक पावरहाउस में बदलने की दिशा में काम कर रही है। इस बदलाव को आगे बढ़ाने के लिए इंडिया पोस्ट के इतिहास में पहली बार एक चीफ टेक्नोलाजी आफिसर (सीटीओ) की नियुक्ति की गई है।
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स्टारलिंक जब चाहे शुरू कर सकती है अपनी सेवाएं
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि स्पेसएक्स की स्टारलिंक सेवा के भारत में प्रवेश के लिए मंत्रालय की ओर से सभी आवश्यक जांच-पड़ताल पूरी कर ली गई है। अब स्टारलिंक को देश में परिचालन शुरू करने के लिए केवल इंडियन नेशनल स्पेस प्रोमोशन एंड आथोराइजेशन सेंटर (इन-स्पेस) से रेगुलेटरी एवं लाइसें¨सग स्वीकृतियां प्राप्त करनी हैं।
सिंधिया ने कहा, ''सरकार ने किफायती सेटेलाइट-आधारित इंटरनेट सेवा के प्रवेश को सुविधाजनक बनाने के लिए अपना काम कर दिया है और एक बार इन-स्पेस से हरी झंडी मिलने के बाद स्टार¨लक जब चाहे भारत में अपनी सेवाएं शुरू कर सकती है।''
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