मुंगेली : नियमितीकरण एवं वेतन वृद्धि सहित विभिन्न मांगों को लेकर जिले भर के एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी बुधवार को तीसरे दिन भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे रहे। कर्मचारी आगर क्लब मैदान में धरना प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। हड़ताल के चलते जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में कामकाज ठप हो गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में इलाज व टीकाकरण जैसी मूलभूत सेवाएं प्रभावित हो रही हैं, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। संविदा कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों अमित दुबे, पवन निर्मलकर, डॉ. अखिलेश बंजारे, देवी प्रसाद साहू, अमित सिंह, राजकुमार साहू, भुवन साहू, जीतेन्द्र गौचंद, रितेश मिश्रा, सुष्मा पाण्डेकर, डॉ. मीनाक्षी बंजारे, डॉ. विजयलक्ष्मी यादव सहित अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि कर्मचारियों की 10 सूत्रीय मांगों को लेकर बीते माह 16 एवं 17 जुलाई को दो दिवसीय सांकेतिक हड़ताल की गई थी और सरकार को 15 अगस्त तक निर्णय लेने की समयसीमा दी गई थी। लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जिसके कारण मजबूरन अनिश्चितकालीन हड़ताल का रास्ता अपनाना पड़ा है। हड़ताली कर्मचारियों ने याद दिलाया कि वर्ष 2022 में भी 15 दिसंबर से 5 जनवरी तक हड़ताल की गई थी, तब शासन ने एक माह में मांगों के समाधान का आश्वासन दिया था, मगर अब तक कोई वादा पूरा नहीं हुआ। कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो इसका असर आगामी विधानसभा चुनावों में भी देखने को मिल सकता है।
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प्रमुख मांगें
धरने पर बैठे कर्मचारियों की 10 सूत्रीय मांगों में संविलियन एवं स्थायीकरण,पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना, ग्रेड पे निर्धारण, लंबित 27% वेतन वृद्धि,कार्य मूल्यांकन (सीआर) में पारदर्शिता, नियमित भर्ती में सीटों का आरक्षण, अनुकम्पा नियुक्ति,मेडिकल एवं अवकाश सुविधा, स्थानांतरण नीति और 10 लाख तक कैशलेस स्वास्थ्य बीमा शामिल हैं।
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