‘‘दीदी के गोठ’’ का जिले में हुआ प्रसारण : मुख्यमंत्री ने दीदियों को प्रेरित किया, स्व-सहायता समूहों की सफलता की कहानियाँ बनी मिसाल

‘‘दीदी के गोठ’’ का जिले में हुआ प्रसारण : मुख्यमंत्री ने दीदियों को प्रेरित किया, स्व-सहायता समूहों की सफलता की कहानियाँ बनी मिसाल

बेमेतरा टेकेश्वर दुबे : छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ‘‘बिहान’’ के तहत स्व-सहायता समूहों की सफलता की कहानियों पर आधारित विशेष प्रसारण ‘‘दीदी के गोठ’’ का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा किया गया। यह कार्यक्रम राजधानी रायपुर से प्रसारित हुआ तथा जिले के सभी जनपद एवं संकुल स्तरों पर एक साथ देखा और सुना गया।

मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री एवं उपमुख्यमंत्री का संदेश
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्व-सहायता समूह की दीदियों को निरंतर आत्मनिर्भरता की दिशा में कार्य करने का आह्वान किया। केंद्रीय मंत्री (पंचायत एवं ग्रामीण विकास) शिवराज सिंह चौहान ने अपने संदेश में ग्रामीण विकास की असली ताकत महिलाओं में निहित बताते हुए दीदियों को नवाचार एवं उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने भी अपने संदेश में समूहों को संगठित होकर कृषि एवं गैर-कृषि आधारित गतिविधियों को अपनाकर आजीविका बढ़ाने की बात कही।

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जिले में हुआ सामूहिक प्रसारण
जिला बेमेतरा के सभी जनपद पंचायतों एवं संकुल स्तरीय कार्यालयों में ‘‘दीदी के गोठ’’ का सामूहिक प्रसारण किया गया। इस अवसर पर माननीय विधायकगण, जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत के सदस्य, अन्य जनप्रतिनिधि, बिहान के अधिकारी-कर्मचारी, सक्रिय महिला कैडर एवं बड़ी संख्या में स्व-सहायता समूह की सदस्याएँ उपस्थित रहीं।

लखपति दीदी बनने की प्रेरणा
जनप्रतिनिधियों ने अपने उद्बोधन में बिहान से जुड़ी महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि स्व-सहायता समूह की महिलाएँ संगठित होकर कृषि कार्य एवं व्यवसायिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी निभाएँ। इससे न केवल उनकी आमदनी में वृद्धि होगी बल्कि वे ‘लखपति दीदी’ बनने की दिशा में भी अग्रसर होंगी।

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दीदियों ने साझा की सफलता की कहानियाँ
कार्यक्रम में शामिल दीदियों ने बिहान से जुड़कर अपने जीवन में आए सकारात्मक बदलावों और सफलता की कहानियों को साझा किया। कुछ ने कृषि क्षेत्र में नवाचार के अनुभव बताए तो कुछ ने छोटे व्यवसाय एवं स्वरोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणादायी कहानियाँ प्रस्तुत कीं।

महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण पहल
‘‘दीदी के गोठ’’ न केवल प्रेरणा देने वाला कार्यक्रम साबित हो रहा है, बल्कि यह महिलाओं को आत्मनिर्भरता, आत्मविश्वास और संगठन की शक्ति का अनुभव भी करा रहा है। जिले में इस प्रसारण को लेकर महिलाओं में विशेष उत्साह देखा गया।









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