बेमेतरा टेकेश्वर दुबे : कलेक्टर रणबीर शर्मा के मार्गदर्शन में जिले में प्रत्येक मंगलवार को जनदर्शन का आयोजन किया जाता है। इस पहल का उद्देश्य है कि जिले के दूरस्थ ग्रामीण भी अपनी समस्याओं को सीधे कलेक्टर के समक्ष रख सकें और त्वरित समाधान पा सकें। आज का जनदर्शन ऐसा ही एक भावुक और अविस्मरणीय क्षण लेकर आया, जब श्रवण बाधित मूलचंद मनहरे को शासन की योजना के अंतर्गत श्रवण यंत्र उपलब्ध कराया गया। ग्राम सांकरा (तहसील बेरला) निवासी मूलचंद मनहरे लंबे समय से गंभीर कान की समस्या से जूझ रहे थे। उनकी सुनने की क्षमता लगभग समाप्त हो चुकी थी। अपनी व्यथा और उम्मीद को साथ लेकर वे आज कलेक्टर जनदर्शन में पहुंचे और आवेदन पत्र के माध्यम से कान की मशीन उपलब्ध कराने का निवेदन किया |
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कलेक्टर रणबीर शर्मा ने उनकी पीड़ा को संवेदनशीलता से सुना और तुरंत ही समाज कल्याण विभाग को श्रवण यंत्र की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। कुछ ही देर में श्रवण यंत्र उपलब्ध कराया गया और कलेक्टर ने स्वयं अपने हाथों से मूलचंद मनहरे को सौंपा। जैसे ही यंत्र उनके कानों में लगाया गया, मूलचंद की आँखों से खुशी के आँसू छलक पड़े। वहाँ मौजूद सभी लोग इस भावनात्मक दृश्य के साक्षी बने।
बेमेतरा टेकेश्वर दुबे : कलेक्टर रणबीर शर्मा के मार्गदर्शन में जिले में प्रत्येक मंगलवार को जनदर्शन का आयोजन किया जाता है। इस पहल का उद्देश्य है कि जिले के दूरस्थ ग्रामीण भी अपनी समस्याओं को सीधे कलेक्टर के समक्ष रख सकें और त्वरित समाधान पा सकें। आज का जनदर्शन ऐसा ही एक भावुक और अविस्मरणीय क्षण लेकर आया, जब श्रवण बाधित मूलचंद मनहरे को शासन की योजना के अंतर्गत श्रवण यंत्र उपलब्ध कराया गया। ग्राम सांकरा (तहसील बेरला) निवासी मूलचंद मनहरे लंबे समय से गंभीर कान की समस्या से जूझ रहे थे। उनकी सुनने की क्षमता लगभग समाप्त हो चुकी थी। अपनी व्यथा और उम्मीद को साथ लेकर वे आज कलेक्टर जनदर्शन में पहुंचे और आवेदन पत्र के माध्यम से कान की मशीन उपलब्ध कराने का निवेदन किया | कलेक्टर रणबीर शर्मा ने उनकी पीड़ा को संवेदनशीलता से सुना और तुरंत ही समाज कल्याण विभाग को श्रवण यंत्र की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। कुछ ही देर में श्रवण यंत्र उपलब्ध कराया गया और कलेक्टर ने स्वयं अपने हाथों से मूलचंद मनहरे को सौंपा। जैसे ही यंत्र उनके कानों में लगाया गया, मूलचंद की आँखों से खुशी के आँसू छलक पड़े। वहाँ मौजूद सभी लोग इस भावनात्मक दृश्य के साक्षी बने। इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि शासन की योजनाओं का उद्देश्य है कि कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति मूलभूत सुविधाओं और सहायक उपकरणों से वंचित न रहे। श्रवण यंत्र, कृत्रिम अंग, व्हीलचेयर, पेंशन योजनाएँ और विभिन्न सहायता कार्यक्रमों के माध्यम से हजारों दिव्यांगजन अपनी जिंदगी में नया आत्मविश्वास पा रहे हैं | इस अवसर पर अपर कलेक्टर डॉ. अनिल बाजपेयी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे |



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