रायगढ़ : खरसिया नगर पालिका में भाजपा की सरकार है। भ्रष्टाचार करने के लिए नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। नवपदस्थ सीएमओ से ऐसा काम कराया गया कि उनकी कलम फंस गई है। अब भाजपा नेता ने ही इस मामले में लिखित शिकायत की है। परशुराम चौक के पास चौपाटी बनकर तैयार है लेकिन ठेकेदार को भुगतान करने के लिए सीएमओ ने टेंडर जारी किया। पार्षद प्रतिनिधि सुनील विश्वकर्मा ने सीएम विष्णुदेव साय से इसकी लिखित शिकायत की थी। अब भाजपा नेता और पूर्व एल्डरमैन विजय शर्मा ने सीएमओ को ही शिकायत की है। उनका आरोप है कि नगर पालिका ने परशुराम चौक के पास चौपाटी निर्माण का प्रस्ताव पास किया था जो 30 अगस्त पूरा हो चुका है। बिना नियम के टेंडर कराने के पहले ही काम कराना आर्थिक अपराध की श्रेणी में आता है। नपा ने 28 अगस्त को निविदा प्रकाशन किया। आवेदन की तारीख 8 सितंबर और निविदा खोलने की अंतिम तिथि 16 सितंबर है। चौपाटी जैसे छोटे काम को भी दो भागों में बांटा गया। चौपाटी म्यूरल आर्ट 2.59 लाख और बाउंड्रीवॉल व गेट निर्माण 8.96 लाख का है। दोनों ही काम मौके पर पूरे हो चुके हैं जिसका निरीक्षण भी अध्यक्ष और सीएमओ कर चुके हैं। उनका कहना है कि उक्त भूमि लोक निर्माण विभाग की है। मेंटेनेंस खसरा नंबर 100 रकबा 8710 वर्गफुट है। लेकिन नपा ने पीडब्ल्यूडी की जमीन पर आधिपत्य लेने के लिए विधिवत प्रक्रिया का पालन नहीं किया। वहीं पूरा काम 18.02 लाख का था जिसमें से 6.47 लाख का टेंडर मई 2025 में निकाला गया।
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भुगतान के लिए टेंडर जरूरी, इसलिए किया
सूत्रों के मुताबिक चहेते ठेकेदार को काम देकर निर्माण करवा लिया गया। सब कुछ बिना लिखित प्रक्रिया के हुआ। किसी आनंद नामक ठेकेदार का नाम सामने आ रहा है, लेकिन भुगतान को कागजों में सही दिखाने के लिए जरूरी है कि टेंडर प्रक्रिया हो। ऑनलाईन में टेंडर नहीं कर सकते क्योंकि तब मामला फंस जाएगा। इसलिए मैन्युअल निविदा बुलाई गई है ताकि उसी ठेकेदार के नाम पर मुहर लगाकर भुगतान किया जा सके। ऑडिट आदि में फंसने से बचने के लिए सीएमओ ने टेंडर जारी किया।

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