वैदिक पंचांग के अनुसार, शुक्रवार 12 सितंबर को पितृ पक्ष की षष्ठी तिथि है। इस शुभ अवसर पर मृत पूर्वजों की आत्मा को शांति हेतु पितरों का श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान किया जाएगा। साथ ही आर्थिक स्थिति अनुसार दान करें। पितृपक्ष में पितरों का तर्पण करने से व्यक्ति को पितृ ऋण से मुक्ति मिलती है।
ज्योतिषियों की मानें तो शुक्रवार 12 सितंबर के दिन मन के कारक चंद्र देव राशि परिवर्तन करेंगे। चंद्र देव के राशि परिवर्तन करने से राशि चक्र की सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। वहीं, कई राशि के जातकों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इससे कई राशियों को आर्थिक लाभ मिलेगा। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
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चंद्र राशि परिवर्तन
ज्योतिषियों की मानें तो चंद्र देव राशि 12 सितंबर को शाम 05 बजकर 30 मिनट पर मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में गोचर करेंगे। इस राशि में चंद्र देव सवा दो दिनों तक रहेंगे। इसके बाद 14 सितंबर को रात 08 बजकर 03 मिनट पर मिथुन राशि में गोचर करेंगे। चंद्र देव के राशि परिवर्तन से दो राशि के जातकों को पितृ पक्ष में लाभ प्राप्त होगा।
मेष राशि
चंद्र देव के वृषभ राशि में गोचर करने से मेष राशि की आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है। कर्ज की समस्या से मुक्ति मिलेगी। पुराना फंसा हुआ पैसा भी आपको वापस मिल सकता है। आय में बढ़ोतरी होगी। बिगड़े काम बनेंगे। बड़े भाई और बहन से न केवल मार्ग दर्शन मिलेगा, बल्कि कोई गिफ्ट भी मिल सकता है।
कोई भी फैसला जल्दबाजी में न लें। इसके लिए आप अपने बड़ों की अवश्य सलाह लें। रोजाना पूजा के समय हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके साथ ही लाल रंग की चीजों का दान करें। ऐसा करने से आपको शुभता प्राप्त होगी। साथ ही विशेष मनोकामना पूरी होगी। करियर और कारोबार में आप तरक्की करेंगे।
कुंभ राशि
चंद्र देव के राशि परिवर्तन करने से कुंभ राशि के जातकों को लाभ मिल सकता है। परिवार से आत्मिक लगाव बढ़ेगा। कोई बड़ी खुशखबरी मिल सकती है। मानसिक तनाव से मुक्ति मिलेगी। हालांकि, जल्दबाजी में कोई काम न करें। इससे बने काम भी बिगड़ सकते हैं। अपने जीवन में शांति अनुभव करेंगे। किसी विशेष विषय को लेकर आपकी इच्छा बढ़ेगी।
वाहन सुख मिल सकता है। किसी यात्रा पर अपने दोस्तों के साथ जा सकते हैं। अल्प मेहनत में भी आपको विशेष सफलता मिलेगी। आमदनी बढ़ेगी। सुख और सौभाग्य में अपार वृद्धि होगी। पिता जी से प्यार और स्नेह मिलेगा। पैतृक संपत्ति का ख्याल रखें।
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