देश में किसानों के लिए राहत भरी खबर है। केंद्र सरकार ने ट्रैक्टर सहित अन्य कृषि यंत्रों और कीटनाशकों पर लगने वाली जीएसटी की दरों को कम कर दिया है। जिससे किसानों को अब ट्रैक्टर एवं अन्य कृषि यंत्र सस्ते में मिलेंगे। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जीएसटी की नई दरें और स्लैब से कृषि के क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर असर दिखाई देगा। इससे विशेष कर छोटे और मंझौले किसानों को बहुत लाभ होगा, कृषि उपकरणों पर जीएसटी दरें कम होने के कारण कृषि की लागत घटेगी और किसानों का मुनाफा बढ़ेगा।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने भोपाल में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि जैव कीटनाशक और सूक्ष्म-पोषक तत्वों पर GST घटाई गई है, जिससे किसानों को लाभ होगा। साथ ही रासायनिक उर्वरकों से जैव उर्वरकों की तरफ किसानों की प्रवृति निश्चित रूप से बढ़ेगी। डेयरी क्षेत्र में अब दूध और पनीर पर कोई GST नहीं होगा। इससे आम आदमी को तो लाभ होगा ही, साथ ही किसानों, पशुपालकों और दुग्ध उत्पादकों को भी फायदा मिलेगा।
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जीएसटी दर में कमी के बाद ट्रैक्टर के नए दाम
कृषि मंत्री ने बताया कि पहले जो 35 HP का ट्रैक्टर 6,50,000 रुपए में मिलता था वह अब जीएसटी कम होने के बाद मात्र 6,09,000 रुपए में मिलेगा। इस तरह किसानों को 35 एचपी के ट्रैक्टर पर 41,000 रुपए की बचत होगी। वहीं 45 HP का ट्रैक्टर जो पहले 7,20,000 रुपए में मिलता था अब 6,75,000 रूपए में मिलेगा, इस पर किसानों को 45,000 रुपए की बचत होगी। इसके अलावा 75 HP का ट्रैक्टर जो किसानों को पहले 10,00,000 रूपए में मिलता था अब 9 लाख 37 हजार रुपए में मिलेगा जिस पर किसानों को 63,000 रुपए की बचत होगी। वहीं 50 HP वाला ट्रैक्टर जो पहले 8,50,000 रुपए में आता था अब वह 7,97,000 रुपए में मिलेगा। इस पर किसानों को लगभग 53 हजार रुपए की बचत होगी।
अन्य कृषि यंत्रों के दामों में कितनी कमी होगी
मीडिया से बात करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि पहले जो पावर टिलर 13 HP का लगभग 1 लाख 69 हज़ार 643 रुपए का आता है। उसमें अब 11 हज़ार 875 रुपए की लगभग बचत होगी। धान के रोपण का जो यंत्र होता है वो 2 लाख 20 हज़ार रुपए का आता है। उसमें 15 हज़ार 400 रुपए की बचत होगी। बहुफसलीय थ्रेशर जिससे अलग-अलग फसलें निकालते हैं। उस पर लगभग 14 हज़ार रुपए की बचत होगी। पावर वीडर जो घास निकालता है, ज़मीन तैयार करता है 7.5 HP का 78 हज़ार रुपए के आस-पास आता है, इसमें 5 हज़ार 495 रुपए की बचत होगी। सीड कम फर्टिलाइज़र ड्रिल 11 टाइन ये 1 लाख 50 हज़ार रुपए का आता है, इसमें लगभग 10 हज़ार 500 रुपए की बचत होगी।
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ऐसे ही 14 फीट कटर बार कंबाइन हार्वेस्टर में किसानों को अब लगभग 1 लाख 87 हजार 500 रुपए की बचत होगी। वहीं स्ट्रॉ रीपर जिसकी कीमत लगभग 3 लाख 12 हजार 500 रुपए पर किसानों को 21 हजार 875 रुपए की बचत होगी। 2 लाख 41 हजार रुपए की सुपर सीडर मशीन पर किसानों को 16 हजार 875 रुपए की बचत होगी। वहीं हैप्पी सीडर पर किसानों को 10 हजार 600 रुपए, मल्चर पर 11 हजार 500 रुपए की बचत होगी। जो पराली को काटकर ऊपर छोड़ता है, 1 लाख 65 हज़ार रुपए के आस-पास आता है, इसमें लगभग 11 हज़ार 500 रुपए की बचत होगी। ऑटोमैटिक प्लांटर की बहुत ज़रूरत है ताकि बीज एक समान दूरी पर डाले जा सकें, कम ज़्यादा न हों बराबर डालें। ये 4 लाख 68 हज़ार 700 रुपए के आस-पास आता है, इस पर 32 हज़ार 800 रुपए के आस-पास की बचत होगी।
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