परमेश्वर राजपूत, गरियाबंद / छुरा :- नगर के निजी कचना ध्रुवा महाविद्यालय में शुक्रवार को एल्युमिनी मीट 2025 का आयोजन किया गया।छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के 25 वर्ष पूर्ण होने पर रजत जयंती के अवसर पर आयोजित एल्युमिनी मीट में महाविद्यालय में अध्ययनरत रहे पूर्ववर्ती छात्र - छात्राओं ने सुकून का एहसास किया।वह सुकून जो उन लोगों ने अपने कॉलेज के दिनों में बिताए थे।पूर्व छात्र छात्राए महाविद्यालय पहुंचे तो उनका स्वागत वर्तमान छात्र संघ ने वैसे ही किया जो वे लोग अतिथियों का किया करते थे।जिससे पुराने दिनों की यादें ताजा हो गई।20 सालों बाद 2005 - 6 बैच के विद्यार्थी आपस में मिले एक दूसरे में आए परिवर्तन पर कॉमेंट्स करते हुए कॉलेज की स्थापना के शुरुवाती दौर में कॉलेज का प्रचार प्रसार ,गांव गांव में पहुंच अपने युवा साथियों को एडमिशन के लिए प्रोत्साहित करना,खेल कूद,सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ साथ कॉलेज प्रबंधन व,शिक्षकों के योगदान को गर्व के साथ साझा किया। समारोह में हंसी मजाक,डांस,कठोप - कथन का सिलसिला चलता रहा।इन खूबसूरत पलो ने सभी को उनकी सुनहरी यादों से जोड़ा और जीवन भर के लिए नई यादें संजोने का मौका दिया ।यह एल्युमनी मीट न केवल दोस्तों को फिर से जोड़ने का माध्यम बना,बल्कि यह भी दर्शाया कि शिक्षा और गुरुओं का महत्व समय के साथ और भी अधिक गहरा होते जाता हैं।
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महाविद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष जितेन्द्र साहू, तेजस्वी यादव,लवण साहू, पत्रकार परमेश्वर राजपूत, पूर्व प्रभारी प्राचार्य एन.एल.साहू की उपस्थिति में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ डी.के. साहू ने समस्त पूर्ववर्ती विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि कोसमबुड़ा नदी किनारे सामाजिक भवनों में आप 56 छात्र - छात्राओं से प्रारंभ हुआ महाविद्यालय में आज 600 से अधिक विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं,यह सब आप का मेहनत,आप का विश्वास व सहयोग का परिणाम है,आप सब समाज के विभिन्न क्षेत्रों सेवाएं दे रहे है।आप की यह उपलब्धि से महाविद्यालय परिवार गर्व का अनुभव कर रहे है। उन्होंने महाविद्यालय की रजत जयंती पर सब को आमंत्रित किए। पत्रकार परमेश्वर राजपूत ने कहा कि यह एक ऐसा अवसर है जब छात्र अपने अल्मा मेटर में एकत्र होते है,पुरानी यादों को ताजा करते है और नई उम्मीदों के साथ नए संवादों की प्रतिक्षा करते है। एल्युमनी मीट आप सभी के लिए अपने साथियों और शिक्षकों से मिलने और संपर्क को फिर से जीवंत करने का एक आदर्श मंच है।
कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व प्रभारी प्राचार्य एन एल साहू ने कहा कि आप किस संस्था से पढ़ाई किए है यह जीवन में बहुत मायने रखता है।उन्होंने कहा यह कचना ध्रुवा महाविद्यालय उस दौर में खुला जब यह क्षेत्र एक टापू की तरह था ,जहां संसाधनों का अभाव था।साइकिल से कॉलेज का प्रचार प्रसार किया करते थे।आप पूर्ववर्ती विद्यार्थियों का यह मेहनत अब रंग लाई है अब शिक्षा के क्षेत्र में छुरा विकास के उच्च पायदान को छू रही है।छात्र छात्राओं ने भी इस दौरान महाविद्यालय से अपनी जुड़ाव को लेकर कई बाते संजाल और नई सुझाव भी दिए।पूर्ववर्ती विद्यार्थियों ने कहा कि आज वह जो भी है उसमें महाविद्यालय की महत्वपूर्ण भूमिका है आज वह यहां आकर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।इसके लिए वह महाविद्यालय के आभारी है।इस मौके पर महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए।पुराने दिनों की याद ताजा किए।
अंत में पूर्ववर्ती विद्यार्थियों ने प्राध्यापकों का सम्मान करते हुए यादगार स्वरूप फलदार पौधों का रोपण किए,कहा कि इस नवीन महाविद्यालय प्रांगण में अपनी यादें संजोने व पहचान के लिए यह पौधों का रोपण कर रहे है ,फिर आयेंगे तो यह नन्हा पौधा वृक्ष का रूप लिया हुआ होगा। कार्यक्रम का संचालन पूर्व छात्र रहे, प्राध्यापक विनोद यादव ने किया,इस दौरान महाविद्यालय के क्रीड़ा प्रभारी तरुण निर्मलकर, आर.आर.कुर्रे, पवन यादव, आरती साहू, निर्मला यादव, धनराज ध्रुव,कैलाश साहू,देवेंद्र भारती, टिकेश निर्मलकर,हरि दादा मौजूद रहे।जिनका पूर्ववर्ती विद्यार्थियों ने सौगात भेंट कर सम्मान वसंस्थान को स्मृति चिन्ह भेंट किए।पूर्व छात्र यादराम निषाद,ललिता नेताम, टोकेश्वरी मांझी,गजेन्द्र ध्रुव,गोविल ध्रुव,टंकेश्वर साहू,योगेन्द्र, छाया साहू,राजेंद्र देवांगन,पंचकुमारीसाहू,सुभाषिनी,रूपसिंह,दौलाल,बलराज पटेल,भुनेश्वर डहरिया,नरेश,चित्र रेखा ध्रुव,चिंतामणि लिटेश ध्रुव, दिव्या दीवान,संजय निषाद गोकुल ठाकुर हेमंत ध्रुव,भोगेंद्र,टेकचंद, भागा साहू,रजनी,रेशमा,लोकेश्वरी,जागृति,लोकेश्वरी आदि लगभग100से अधिक की संख्या में पूर्ववर्ती विद्यार्थियों ने अपने अनुभवों से वर्तमान अध्ययनरत छात्र छात्राओं को प्रेरित किए।

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