मनेन्द्रगढ़: कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) जिला एमसीबी इकाई के प्रतिनिधिमंडल ने उद्योग एवं श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन से मुलाकात कर मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी क्षेत्र में बड़े औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना की मांग की है।व्यापारिक संस्था के पदाधिकारियों ने मंत्री को सौंपे ज्ञापन में उल्लेख किया है की मनेन्द्रगढ़ क्षेत्र प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है लेकिन औद्योगिक दृष्टि से पिछड़ा हुआ है। यदि यहां एल्यूमिनियम एलॉय निर्माण इकाई एवं मोटर वाहन पार्ट्स एसेसरीज़ की फैक्ट्री स्थापित की जाए तो यह क्षेत्र पुनः आर्थिक दृष्टि से समृद्ध हो सकेगा।
मंत्री को सौंपे गये ज्ञापन के मुख्य बिंदु
प्राकृतिक और औद्योगिक संभावनाएँ :- क्षेत्र में कोयले का विशाल भंडार, जल संसाधनों की प्रचुरता, बालको–कोरबा से एल्युमिनियम की उपलब्धता तथा राष्ट्रीय राजमार्ग के निकटता से परिवहन सुविधा उपलब्ध है।
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रोजगार सृजन: आदिवासी बहुल क्षेत्र होने के कारण यहां उद्योग स्थापना से हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा और सामाजिक–आर्थिक उत्थान होगा।
भूमि उपलब्धता: बंजी–बुंदेली क्षेत्र में पूर्व में आरक्षित लगभग 400 एकड़ भूमि का उपयोग इस औद्योगिक परियोजना के लिए किया जा सकता है।व्यापारिक संस्था कैट के जिला अध्यक्ष पोद्दार ने कहा कि प्रस्तावित उद्योगों से स्थानीय व्यापारियों और लघु उद्यमियों को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा। बेरोज़गारी और पलायन की समस्या समाप्त होगी और राज्य सरकार को कर और राजस्व में बढ़ोतरी होगी। संगठन ने परसगढ़ी औद्योगिक क्षेत्र की तर्ज पर इस क्षेत्र में नये औद्योगिक क्षेत्र की घोषणा कर शीघ्र कार्यवाही प्रारंभ करने की मांग की है।
उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन को ज्ञापन सौंपने के दौरान कैट की तरफ से जिला अध्यक्ष रघुनाथ पोद्दार, जिला महामंत्री अरविंद सराफ, जिला कोषाध्यक्ष विनय जायसवाल, जिला प्रभारी एमसीबी कोरिया रफीक मेमन, रोहन फरमानिया, राहुल शर्मा, कमल केजरीवाल, शैलेश जैन, रंजीत चोपड़ा, गंभीर सिंह, गुरप्रीत सिंह, कुलजीत सिंह, सन्नू छाबड़ा, रिंकेश खन्ना, लोकेश्वर गुप्ता, शिव सराफ, श्रीकांत सिंगतिया, रिशु अग्रवाल, गौतम दुग्गड, बंटी गोयल , पीयूष अग्रवाल, अंकुर केसरवानी और अन्य कैट मेंबर उपस्थित रहे।

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