सेहत का खजाना है कच्चा पपीता,हार्ट डिजीज ही नहीं कैंसर से भी बचाता है

सेहत का खजाना है कच्चा पपीता,हार्ट डिजीज ही नहीं कैंसर से भी बचाता है

नई दिल्ली : कच्चा पपीता आमतौर पर हमारे किचन में नजरअंदाज कर दिया जाता है, जबकि इसके औषधीय गुण किसी सुपरफूड से कम नहीं हैं। इसमें मौजूद एंजाइम्स, फाइबर, विटामिन्स और एंटीऑक्सीडेंट्स इसे सेहत के लिए बेहद फायदेमंद बनाते हैं।

वेट लॉस से लेकर इम्यूनिटी बूस्ट करने तक, यह कई शारीरिक समस्याओं में नेचुरल ट्रीटमेंट की तरह काम करता है। आइए जानें कच्चे पपीते के कुछ खास फायदे-

ये भी पढ़े : मुखिया के मुखारी - टूटे भरोसे में सुसाशन सिर्फ दावा और दिखावा है

एंटीऑक्सीडेंट्स का खजाना

कच्चा पपीता विटामिन ए, सी,ई और फाइटो-न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होता है जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। ये तत्व शरीर को उम्र बढ़ने की प्रक्रिया से बचाते हैं और कई गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर व हार्ट डिजीज से सुरक्षा प्रदान करते हैं।

इम्युनिटी बूस्ट करे

इसमें मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूती देते हैं। जो इन्फेक्शन से बचाव में सहायक है और सर्दी-खांसी जैसी आम बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है।

डायबिटीज में लाभदायक

कच्चा पपीता ग्लाइसेमिक इंडेक्स में कम होता है, जिससे यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसमें मौजूद फाइबर शुगर के अवशोषण की प्रक्रिया को धीमा करता है।

स्किन और बालों के लिए फायदेमंद

इसके नियमित सेवन से स्किन पर ग्लो आता है और दाग-धब्बे कम होते हैं। पपीते का फेसपैक लगाने से पिग्मेंटेशन और मुंहासों में राहत मिलती है। इसके एंजाइम बालों को पोषण देकर झड़ने से रोकते हैं।

कब्ज से राहत

कच्चा पपीता पाचन तंत्र के लिए वरदान है। इसमें मौजूद पपेन एंजाइम भोजन को तोड़ने में मदद करता है और फाइबर कब्ज की समस्या को दूर करता है।

ये भी  पढ़े : वास्तु शास्त्र :घर के मंदिर में बिल्कुल भी न करें ये गलतियां

पीरियड्स के दर्द में राहत

कच्चा पपीता गर्भाशय की मांसपेशियों को रिलैक्स करने में मदद करता है जिससे मासिक धर्म के दौरान होने वाले ऐंठन और दर्द में आराम मिलता है।

जोड़ों के दर्द में राहत

इसमें सूजन कम करने वाले तत्व मौजूद होते हैं जो गठिया या जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं।

कच्चा पपीता स्वाद में भले ही तीखा या कड़वा लगे, लेकिन इसके गुण चमत्कारी होते हैं। इसे सब्जी, पराठा, जूस या सलाद के रूप में नियमित आहार में शामिल कर सकते हैं।








You can share this post!


Click the button below to join us / हमसे जुड़ने के लिए नीचें दिए लिंक को क्लीक करे


Related News



Comments

  • No Comments...

Leave Comments