
रायपुर : ईडी की चार्जशीट से खुलासा हुआ की पूर्ववर्ती भूपेश सरकार में दाऊ दलाल गिरोह अपने आप को बिग बॉस गैंग के नाम पर सारे असंवैधानिक कृत्य और अवैध उगाही करती थी अपने ही अफसरों को ब्लैकमेल करती थी ,उनकी छवि धूमिल कर अपना मनचाहा काम उनसे करवाती थी ,इस दाऊ दलाल गिरोह {बिग बॉस गैंग } के कर्ता धर्ता पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र चैतन्य बघेल थे जिनकी सागीर्दगी अफसर, कांग्रेसी नेता, व्यपारी और उनके दोस्त थे चैतन्य बघेल को सरकार के चाल और चरित्र को निर्धारित करने की शक्ति प्राप्त थी ।

चैतन्य बघेल का गिरोह शराब, कोयला और सट्टे से लेकर हर घोटालों में अग्रणी भूमिका में था, अरबों की अवैध उगाही की आरोपपत्र के अनुसार एक विवादित आईपीएस की डायरी और उसकी काल्पनिक कहानियों के आधार पर अफसरों को सुनियोजित ढंग से ब्लैकमेल किया गया। पदस्थापना की शर्तें ही थी घोटाले में सहयोग और अवैध वसूली, चार पांच अफसरों ने मिलकर बघेल परिवार के संरक्षण में, अफसरों को बंधक बना रखा था अफसरों के ईमान बड़ी समदर्शिता से बंधक बनाए गए ,महिला ,पुरुष अधिकारियों में मनमाने ढंग से सरकार चलवाई क्योकि बिट्टू बघेल इन्हें संरक्षित और निर्देशित करता था।

आरोप पत्र के अनुसार दाऊ दलाल गिरोह के सक्रिय सदस्य के रूप में वरिष्ठ अधिकारी अनिल टूटेजा, अरुणपति त्रिपाठी, सौम्या चौरसिया, नेता अनवर ढेबर, कवासी लखमा, कारोबारी और डिस्टिलरी मालिकों ,पुलिस एवम आबकारी अधिकारियों के आलावा कई नाम दर्ज हैं ,दाऊ दलाल गिरोह ने भ्रष्टाचार किया भ्रष्टाचार को बढ़ावा देकर छ .ग .सरकार की छवि को रास्ट्रीय स्तर पर धूमिल किया ।



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