सरगुजा : बाजारों में में होने वाली मोबाइल चोरी की घटनाएं और उनसे जुड़े साइबर अपराध एक गंभीर समस्या बन चुकी हैं। भीड़-भाड़ वाले इलाकों, सार्वजनिक परिवहन और आयोजनों में मोबाइल चोरी की घटनाएं एवं उनसे जुड़े साइबर अपराध की घटना आस पास में घटित होने की खबर आये दिन सुनने को प्राप्त होती रहती है, आदतन मोबाइल चोर गिरोह अक्सर इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं। मोबाइल चोर गिरोह अलग-अलग तरीकों से काम करते हैं। वे अक्सर भीड़ वाले बाजारों, बस या रेलवे स्टेशनों और बड़े आयोजनों, धार्मिक स्थलो पर उपस्थित व्यक्तियों को निशाना बनाते हैं।
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ये गिरोह बहुत ही शातिर होते हैं। वे भीड़ में घुसकर बड़ी सफाई से लोगों की जेब से मोबाइल निकाल लेते हैं।बाइक या स्कूटर पर सवार होकर चलते हैं और चलते-फिरते लोगों के हाथों से मोबाइल छीनकर फरार हो जाते हैं। कुछ अपराधी दुकानों से मोबाइल खरीदने का नाटक करते हैं और मौका मिलते ही मोबाइल लेकर भाग जाते हैं चोरी किया गया मोबाइल सिर्फ एक भौतिक वस्तु नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति के डिजिटल जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। चोर मोबाइल का इस्तेमाल सिर्फ उसे बेचने के लिए नहीं, बल्कि विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों को अंजाम देने के लिए भी करते हैं। जांच से बात सामने आई है कि UPI/डिजिटल वॉलेट से पैसे निकालना अगर आपका फोन लॉक नहीं है या पासवर्ड कमजोर है, तो चोर आपके फोन में मौजूद UPI ऐप्स (जैसे Google Pay, PhonePe, Paytm) या डिजिटल वॉलेट से पैसे निकाल सकते हैं। यदि आपके फोन में बैंक ऐप्स लॉग इन हैं, तो वे आपके बैंक खाते से पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं।
फोन चोरी होने पर, चोर आपके बैंक खाते या अन्य वित्तीय सेवाओं के लिए आने वाले ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) का इस्तेमाल कर धोखाधड़ी कर सकते हैं। काबिले गौर है कि चोर आपके फोन में मौजूद फोटो, वीडियो, संपर्क, ईमेल और अन्य व्यक्तिगत डेटा का उपयोग कर सकते हैं।तथा आपके डेटा का उपयोग कर सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी बना सकते हैं और आपकी पहचान का दुरुपयोग कर सकते हैं। इतना ही नहीं आपकी निजी तस्वीरों या वीडियो का इस्तेमाल करके आपको ब्लैकमेल किया जा सकता है।
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चोर आपके फोन का उपयोग किसी अन्य अपराध, जैसे कि धमकी भरे कॉल या मैसेज भेजने, के लिए कर सकते हैं,। जिससे पुलिस की जांच आप तक पहुंच सकती है। यदि आपका मोबाइल चोरी हो जाता है, तो तत्काल नजदीकी पुलिस स्टेशन पर इसकी सूचना प्रदान करें, बैंक खाते ब्लॉक कराएं अपने बैंक को सूचित करें और तुरंत अपने सभी बैंक खाते और डिजिटल वॉलेट को ब्लॉक कराएं। संचार साथी पोर्टल का उपयोग करें: भारत सरकार के संचार साथी (Sanchar Saathi) पोर्टल पर जाकर अपने चोरी हुए मोबाइल को ब्लॉक करें। यह पोर्टल आपके फोन को ट्रैक करने और उसे ब्लॉक करने में मदद करता है, जिससे उसका दुरुपयोग नहीं हो पाता। सभी पासवर्ड बदलें अपने ईमेल, सोशल मीडिया अकाउंट और अन्य सभी महत्वपूर्ण खातों के पासवर्ड तुरंत बदल दें, उक्त मोबाइल अथवा नंबर से किसी प्रकार की साइबर अपराध घटित होने पर तत्काल हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें। इन सावधानियों को अपनाकर आप मोबाइल चोरी के बाद होने वाले वित्तीय और व्यक्तिगत नुकसान से बच सकते हैं।



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