नई दिल्ली: साउथ वेस्ट दिल्ली के वसंतकुंज नॉर्थ थाने में जिस स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी के खिलाफ कई छात्राओं के यौन शोषण की शिकायत दर्ज हुई है, उसके बारे में चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। ये पहली बार नहीं है, जब स्वामी के खिलाफ इस तरह की शिकायत सामने आई हो। पहले भी उसके खिलाफ छेड़खानी के 2 मामले दर्ज हो चुके हैं।
कौन है ये स्वामी? दिल्ली पुलिस ने बताया
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, आरोपी स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी मूल रूप से उड़ीसा का रहने वाला है। वह करीब 12 साल से यहां आश्रम में रह रहा था। बाबा पर पहले भी छेड़खानी के 2 मामले उड़ीसा में दर्ज हुए थे। पहला मामला 2009 में और दूसरा मामला 2016 में दर्ज हुआ था।
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साल 2016 वाले मामले में शारदा इंस्टिट्यूट की ही छात्रा ने चैतन्यानंद के खिलाफ FIR करवाई थी। इस केस में चैतन्यानंद गिरफ्तार हुआ था। हालांकि बाद में उसे जमानत मिल गई थी।
स्वामी आश्रम का केयरटेकर और संचालक था और वो इसी आश्रम में रह रहा था। 17 लड़कियों के बयान कोर्ट में दर्ज किए गए हैं। जिसमें पता लगा है कि स्वामी लड़कियों को ब्लैकमेल कर रहा था और उन्हें धमकाता भी था। दिल्ली पुलिस ने पीड़ित लड़कियों के 164 के बयान दर्ज करवाए हैं।
स्वामी का विवादों से रहा है पुराना नाता
स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी के खिलाफ पहले भी कुछ आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। 2009 में दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी में उसके खिलाफ जालसाजी और छेड़खानी का मामला दर्ज हुआ था।
2016 में वसंत कुंज में एक महिला ने उसके खिलाफ छेड़खानी का मामला दर्ज करवाया था। वसंत कुंज नॉर्थ पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ FIR दर्ज हुई थी। अब पुलिस बाबा का पुराना आपराधिक इतिहास खंगालने में जुटी है।
लगातार लोकेशन बदल रहा स्वामी
स्वामी लगातार लोकेशन बदल रहा है। मोबाइल का इस्तेमाल न के बराबर करता है। उसकी आखिरी लोकेशन यूपी में आगरा के आसपास मिली थी। उसने UN नंबर प्लेट कहां से बनवाई इसकी जांच चल रही है। आश्रम के सीसीटीवी फुटेज और आश्रम का हार्डडिस्क जब्त कर लिया गया है।



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