आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में खुद को स्वस्थ रखना सबसे बड़ी प्रायोरिटी होनी चाहिए, लेकिन अक्सर बिजी शेड्यूल, अनियमित खानपान और कम फिजिकल एक्टिविटी के कारण लोग अपनी सेहत पर ध्यान नहीं दे पाते।ऐसे में अगर कोई ऐसा नियम मिल जाए जो सरल हो, समय की मांग न करे और शरीर व मन दोनों को हेल्दी बनाए रखें, तो क्यों न उसे अपनाया जाए? 6-6-6 पैदल चलने का नियम ऐसा ही एक आसान लेकिन इफेक्टिव मंत्र है, जिसे कोई भी व्यक्ति अपने डेली रुटीन में शामिल कर सकता है। तो आइए जानते हैं इस नियम और इसके फायदों के बारे में-
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आखिर क्या है 6-6-6 पैदल चलने का नियम?
सुबह 6 बजे उठना और फिर कम से कम 6 किलोमीटर पैदल चलना और इस नियम को हफ्ते में 6 दिन तक के लिए अपनाना। यह नियम प्रेजेंट लाइफ के सही है और इसके लिए किसी महंगे जिम या उपकरण की जरूरत नहीं होती।
सिर्फ एक मजबूत इच्छाशक्ति और नियमितता की आवश्यकता होती है। सुबह का समय शरीर और मस्तिष्क दोनों के लिए सबसे उपयुक्त होता है क्योंकि इस समय का एटमॉस्फियर शांत और ताजगी से भरा होता है।
वजन घटाने में सहायक
सुबह खाली पेट 6 किलोमीटर चलना शरीर की फैट बर्निंग प्रक्रिया को तेज करता है। इससे मेटाबॉलिज्म सुधरता है और वजन नियंत्रित रहता है।
दिल की सेहत के लिए फायदेमंद
नियमित वॉक ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाती है, कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करती है और हार्ट डिजीज के जोखिम को घटाती है।
डायबिटीज नियंत्रण में सहायक
सुबह वॉक करने से ब्लड शुगर लेवल संतुलित रहता है, जिससे टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल करना आसान होता है।
मानसिक स्वास्थ्य में सुधार
सुबह ताजी हवा में चलने से स्ट्रेस, चिड़चिड़ापन और एंग्जाइटी जैसी समस्याएं कम होती हैं। यह मूड को बेहतर बनाता है और दिनभर एनर्जेटिक बनाए रखता है।
इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है
नियमित पैदल चलने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे इन्फेक्शन और मौसमी बीमारियों से सुरक्षा मिलती है।
नींद की क्वालिटी में सुधार
सुबह टहलने से शरीर का बायोलॉजिकल क्लॉक संतुलित होता है, जिससे रात को अच्छी और गहरी नींद आती है।
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