अक्टूबर आते ही किसान नई उम्मीदों के साथ अपने खेतों की तैयारी में जुट जाते हैं। इस मौसम में अगर सही फसल और सही किस्म का चयन किया जाए, तो कम मेहनत और कम लागत में भी अच्छे मुनाफे के रास्ते खुल सकते हैं। इसी बीच एक ऐसी फसल है जो न सिर्फ ज्यादा उत्पादन देती है बल्कि बाजार में अच्छे दामों पर बिकती है – राज विजय सरसों-2। इसकी खासियत है इसका उच्च तेल प्रतिशत और जल्दी तैयार होने वाली फसल, जो तेल उत्पादक किसानों के लिए खास अवसर लेकर आती है। अगर आप अक्टूबर में बुवाई की योजना बना रहे हैं, तो यह किस्म आपकी खेती और कमाई दोनों को नई ऊँचाई दे सकती है।
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राज विजय सरसों-2 किस्म की विशेषताएं
राज विजय सरसों-2 सिर्फ उत्पादन में ही अच्छी नहीं है, बल्कि इसकी गुणवत्ता भी बेहतरीन है। इस किस्म में तेल की मात्रा 37-40% तक होती है, जिससे यह बाजार में हमेशा मांग में रहती है। यह मुख्य रूप से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के इलाकों में अच्छी तरह उगती है। अगर बुवाई अक्टूबर में की जाए, तो फसल की उपज और गुणवत्ता दोनों शानदार रहती हैं।
खेती के लिए तैयारी और देखभाल
सरसों की इस किस्म के लिए मिट्टी उपजाऊ और अच्छी जल निकासी वाली होनी चाहिए। खेत को बुवाई से पहले जोतकर तैयार करना जरूरी है। मिट्टी में पोषक तत्व बढ़ाने के लिए पुरानी गोबर की खाद डालना लाभकारी रहेगा। खेती के दौरान 2 से 3 सिंचाई की जाती है, जिससे फसल सही समय पर विकसित होती है। बुवाई के लगभग 100-130 दिनों बाद फसल पूरी तरह पककर तैयार हो जाती है।
कमाई का अनुमान
राज विजय सरसों-2 की खेती से किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं। यह किस्म बाजार में लगभग 6,000 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर बिकती है। एक हेक्टेयर क्षेत्र में लगभग 22-25 क्विंटल उपज प्राप्त होती है, जिससे कुल कमाई करीब 1,50,000 रुपये तक हो सकती है। इसके अलावा, इसकी गुणवत्ता अन्य किस्मों से बेहतर होने के कारण बाजार में मांग हमेशा बनी रहती है।
बहरहाल अगर आप अक्टूबर में बुवाई करने का सोच रहे हैं, तो राज विजय सरसों-2 आपकी खेती को फायदे का सौदा बना सकता है। कम मेहनत, कम लागत और ज्यादा मुनाफा – यही इस किस्म की ताकत है। सही तैयारी और देखभाल के साथ, यह फसल आपके खेत और आपकी कमाई दोनों को नई ऊँचाई तक ले जा सकती है।

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