यूपी के बरेली में हुई हिंसा के बाद अब बुलडोजर एक्शन हुआ है. मौलाना तौकीर रजा के करीबी के अवैध निर्माण पर नगर निगम का बुलडोजर चला है. ये एक अवैध चार्जिंग स्टेशन था, जिसे नगर निगम की जमीन पर कब्जा कर बनाया गया था. इसमें कई सारे ई-रिक्शा खड़े हुए हैं. ये अवैध चार्जिंग स्टेशन पार्षद का था, जिसका नाम ओमान रजा है. कार्रवाई के दौरान मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद रहा. आरआरएफ की टीम, दमकल की गाड़ियां आदि पहुंची हुई थीं. ड्रोन से निगरानी हो रही थी.
गौरतलब तौकीर रजा और उनके करीबियों पर अब प्रशासन का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है. तौकीर रजा और उनके खासम-खास नदीम खान की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है. आज उसके 'हमसफर पैलेस' रिजॉर्ट पर बरेली विकास प्राधिकरण ने सीलिंग का नोटिस लगा दिया. यह बेनामी संपत्ति बताई जा रही है. प्रशासन ने इसे गैरकानूनी निर्माण माना है और कई नोटिस देने के बाद एक्शन लिया है. बीते दिन तौकीर रजा की मार्केट भी सील की गई थी.
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इससे पहले मौलाना के करीबी मोहसिन रजा के आवास पर बुलडोजर पहुंचा था. हालांकि, वहां कोई एक्शन नहीं हुआ. मोहसिन की पुलिसवालों से तीखी बहस हुई. उन्होंने खुद को तौकीर रजा से अलग किया और कहा कि उनका मौलाना से इस मामले में कोई कनेक्शन नहीं है, फिर भी प्रशासन उनको परेशान कर रहा है.
मोहसिन के पिता ने कोर्ट से स्टे ऑर्डर दिखाया तो प्रशासन की टीम रुकी. मगर मोहसिन रजा के घर के सामने ही नाले पर बाउंड्रीवाल कर अवैध चार्जिंग स्टेशन पर नगर निगम और प्रशासन ने बुलडोजर से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की है. बुलडोजर से बाउंड्री वाल को तोड़ दिया गया.
बता दें कि बरेली हिंसा की जांच में पुलिस ने अब तक 62 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें हिंसा के मास्टरमाइंड बताए जा रहे मौलाना तौकीर रजा, डॉ. नफीस और नदीम भी शामिल हैं. पुलिस ने तौकीर रजा के करीबी लोगों की करोड़ों रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है. अब प्रशासन तौकीर की बेनामी संपत्तियों पर भी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है.
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