ओडिशा में 10 दिसंबर 2023 को एक बड़ी इनकम टैक्स छापेमारी हुई, जिसे देश के इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी रेड माना जा रहा है। यह कार्रवाई 10 दिन तक चली और बौध डिस्टिलरीज प्राइवेट लिमिटेड के ठिकानों पर की गई। यह डिस्टिलरी झारखंड के कांग्रेस सांसद धीरज साहू से जुड़ी बताई जा रही है।
कितनी नकदी मिली?
इनकम टैक्स विभाग को इस रेड में भारी मात्रा में नकदी मिली। जब्त की गई राशि की गिनती करने में 40 से ज्यादा नोट गिनने की मशीनों और 50 से अधिक बैंक कर्मचारियों की मदद ली गई। शुरुआत में जब्त की गई राशि लगभग 340 करोड़ रुपए बताई गई थी, लेकिन बाद में यह बढ़कर 351.8 करोड़ रुपए हो गई। यह अब तक की एक ऑपरेशन में देश की सबसे बड़ी नकदी बरामदगी मानी जा रही है।
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हाई-टेक तरीके से छापेमारी
छापेमारी इतनी बड़ी थी कि जमीन के नीचे छिपे कीमती सामान की जांच के लिए "स्कैनिंग व्हील" मशीन का इस्तेमाल किया गया। यह मशीन अंडरग्राउंड चीजों का पता लगाने में मदद करती है। जब्त किए गए पैसों की मात्रा इतनी ज्यादा थी कि उसे ढोने के लिए ट्रकों की मदद ली गई। नकदी को कड़ी सुरक्षा के साथ इनकम टैक्स विभाग के कार्यालय ले जाया गया।
अधिकारियों को मिला सम्मान
इस छापेमारी का नेतृत्व करने वाले आयकर विभाग के प्रधान निदेशक एसके झा और अतिरिक्त निदेशक गुरप्रीत सिंह को केंद्र सरकार ने सम्मानित किया। 21 अगस्त 2024 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भुवनेश्वर में एक समारोह के दौरान पूरी टीम को CBDT उत्कृष्टता प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। यह कार्यक्रम आयकर विभाग की 165वीं वर्षगांठ पर आयोजित हुआ था।
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मिली सूचना के अधिकार पर हुई कार्रवाई
यह रेड भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के 2010 बैच के अधिकारी गुरप्रीत सिंह की खुफिया जानकारी पर आधारित थी। उन्होंने ओडिशा में डिस्टिलरी से जुड़े कई ठिकानों पर एक साथ छापे मारे। इस दौरान काफी मात्रा में कैश, दस्तावेज और अन्य सबूत बरामद किए गए। वहीं अब इनकम टैक्स विभाग का ध्यान बाकी टैक्स की वसूली पर है। विभाग ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे 5,000 ऐसे मामलों पर नजर रखें, जिनमें लगभग 43 लाख करोड़ रुपए की वसूली अभी बाकी है।
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