नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) आज नागपुर में विजयादशमी उत्सव मना रहा है। इस बार संघ का विजयादशमी उत्सव खास है क्योंकि आरएसएस अपनी स्थापना का शताब्दी समारोह भी मना रहा है। इस दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने खास भाषण दिया।
उन्होंने कहा कि ये वर्ष श्री गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान का साढ़े तीन सौ वर्ष है, जिन्होंने अत्याचार, अन्याय और सांप्रदायिक भेदभाव से समाज को मुक्त करना के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया और समाज की रक्षा की। ऐसी एक विभूति का समरण इस वर्ष होगा। आज 2 अक्टूबर है तो स्वर्गीय महात्मा गांधी की जयंती है। स्वतंत्रता की लड़ाई में उनका योगदान अविस्मरणीय है। लेकिन स्वतंत्रता के बाद भारत कैसा हो उसके बारे में विचार देने वाले हमारे उस समय के दार्शनिक नेता स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री की आज जयंती है। भक्ति, देश सेवा के वह उत्तम उदाहरण हैं।
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आरएसएस प्रमुख भागवत के भाषण की बड़ी बातें



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