नई दिल्ली : मतदान केंद्रों पर बुर्काधारी या चेहरा ढंककर घूंघट आदि में आने वाली महिलाओं की पहचान को सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग ने एक नई व्यवस्था बनाई है, जिसमें ऐसी महिलाओं की पहचान के लिए अब प्रत्येक मतदान केंद्रों पर आंगनबाड़ी सेविकाओं की तैनाती होगी।
जो किसी भी बुर्काधारी या चेहरे को ढंककर आने वाली महिलाओं की पहचान को लेकर किसी भी तरह का संदेह होने पर तुरंत उनकी जांच करेगी। जिसके बाद ही उसे मतदान का मौका दिया जाएगा। आयोग ने फिलहाल बिहार से इसकी शुरूआत का फैसला लिया है। साथ ही बिहार के सभी 90712 मतदान केंद्रों पर एक-एक आंगनबाड़ी सेविकाओं की तैनाती दी है।
बिहार चुनाव में पहली बार प्रयोग
खासबात यह है कि ये आंगनबाड़ी सेविकाएं उसी मतदान केंद्र की है। ऐसे में वह उस बूथ की प्रत्येक महिलाओं की आसानी से पहचान भी सकेंगी। बिहार चुनाव की घोषणा से पहले राजनीतिक दलों की ओर से चुनाव आयोग से इसे लेकर शिकायत की गई थी। माना जा रहा है कि बिहार के बाद यह व्यवस्था देश के दूसरे राज्यों में भी चुनाव के दौरान अमल में लायी जाएगी।
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वैसे भी अभी उत्तर प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में बुर्काधारी व परदे में आने वाली महिलाओं की पहचान को लेकर राजनीतिक दलों की ओर से सवाल खड़े किए जाते रहते है। एक सवाल के जवाब में मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने साफ किया कि चुनाव प्रक्रिया के तहत मतदान से पहले मतदाता की पहचान सुनिश्चित होना जरूरी है। बिहार चुनाव में इसे सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए गए है।
आयोग ने जारी किया वोटर हेल्पलाइन नंबर
चुनाव के दौरान किसी भी तरह शिकायत को दर्ज कराने के लिए चुनाव आयोग ने एक वोटर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। जिसके जरिए कोई भी मतदाता अपनी पहचान बताकर संबंधित नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज कर सकता है। इसका नंबर 1950 है। इसके जरिए वह बूथ लेवल ऑफिसर से लेकर डीएम और राज्य निर्वाचन पदाधिकारी तक से बात कर सकता है।
उदाहरण के लिए यदि पटना में चुनाव गड़बड़ी से जुड़ी कोई शिकायत दर्ज करानी है, तो पटना का एसटीडी कोड़ नंबर यानी 91-612-1950 डायल कर शिकायत दर्ज करा सकते है। आयोग का दावा है कि यह सुविधा पहली बार शुरू की गई है।



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