पटना : महागठबंधन में सीटों को लेकर जारी जिच समाप्त होती दिख रही है। महागठबंधन के दो प्रमुख घटक राजद-कांग्रेस समय के साथ समझौते के नजदीक पहुंचने में लगे हैं। सभी घटक दलों की रजामंदी के आधार पर महागठबंधन ने सीट बंटवारे का फार्मूला करीब-करीब तय कर लिया है। संभावना जताई जा रही है कि मंगलवार की देर शाम तक गठबंधन संयुक्त रूप से सीटों का एलान कर देगा।
सोमवार को दिल्ली में राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई के बाद शाम करीब चार बजे तेजस्वी यादव कांग्रेस नेताओं से मिलने पहुंचे। तेजस्वी यादव की पहली मुलाकात कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से हुई। दोनों नेताओं के बीच करीब 35 मिनट तक बातचीत हुई।
ये भी पढ़े : मुखिया के मुखारी - ननकी को ननकी स नही कुंवर सा जैसा मान देना होगा
इस बीच तेजस्वी यादव ने वेणुगोपाल के सामने सीटों का गणित रखा। सूत्रों की माने तो इस गणित में कांग्रेस को 55 सीटें मिलने की बात थी। जिसे वेणुगोपाल ने खारिज कर दिया।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि बिहार में हाल के दिनों में कांग्रेस का जनाधार बढ़ा है। इस लिहाज से कांग्रेस को कम कम 65 सीटें दी जाएं। हालांकि तेजस्वी इसके लिए पूरी तरह से तैयार नहीं परंतु उन्होंने आश्वस्त किया कि कांग्रेस को अधिकतम 60 सीटें दी जा सकती हैं।देर शाम तेजस्वी यादव कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से भी मिले। दोनों नेता करीब-करीब सीट बंटवारे के फार्मूल पर सहमत हो गए हैं।
ये भी पढ़े :मिस्र शांति सम्मेलन पर शशि थरूर ने उठाए सवाल
सूत्रों की माने तो राजद सर्वाधिक 135 सीटों पर चुनाव लड़ेगा, जबकि कांग्रेस 60 सीटों पर। अन्य घटक दलों को उनकी ताकत और जनाधार के आधार पर सीटें आवंटित की जाएंगी। राजद-कांग्रेस के अलावा भाकपा माले 19, वीआईपी 15, सीपीआईएम 6 और सीपीआई चार सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
बाकी बची चार सीटें और अपने कोटे की कुछ सीटों में राजद राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा और आईपी गुप्ता की पार्टी को समायोजित कर सकेगा। मंगलवार की शाम तक महागठबंधन में सीटों का एलान संभव है।
Comments