कवर्धा: कवर्धा में आज गोड़वाना समाज पार्टी और भीम आर्मी ने संयुक्तरूप से 15 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट घेराव के लिए निकले थे, लेकिन पुलिस के भारी बल ने उन्हें अंबेडकर चौक के पास ही बैरिगेट्स लगाकर रोक दिया।करीब 700 पुलिस जवानों की तैनाती के बीच गोड़वाना समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने वहीं गृहमंत्री का पुतला दहन कर विरोध जताया। प्रदर्शन को भीम आर्मी का समर्थन भी मिला।
बता दें कि प्रदर्शनकारियों ने शासन- प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी प्रमुख मांगें रखी। आदिवासी युवती से सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों को फांसी की सजा देना, आरोपियों के घरों पर बुलडोज़र कार्रवाई करना, गोड़वाना गढ़ प्रतापगढ़ (कामठी) में गैर-आदिवासियों द्वारा मंदिर परिसर में की गई तोड़फोड़ और सतरंगी झंडा हटाने की घटना पर कार्रवाई की मांग की।
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इसके साथ ही डोंगरगढ़ बमलेश्वरी मंदिर में आदिवासी समाज की पूजा-अर्चना पर दर्ज अपराध को शून्य घोषित करने जैसे मांगो को रखा। वहीं आदिवासी समाज की परंपराओं और प्रतीकों की संवैधानिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग किया। इस दौरान सर्व विशेष पिछड़े संघ के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष कामू बैगा समेत संघ के कई कार्यकर्ता और भीम आर्मी सदस्य मौजूद रहे।
आदिवासी युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म
कबीरधाम जिले के कवर्धा में एक आदिवासी युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया था। इस मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इन आरोपियों का पुलिस ने जुलूस निकाला था। इस दौरान लोगों में भारी गुस्सा देखने को मिला। लोगों ने आरोपियों को जूते-चप्पल की माला पहनाने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस का साथ तीखी बहस भी देखने को मिली। पकड़े गए आरोपियों की पहचान जितेन्द्र खरे उम्र 22 वर्ष, नसीम अहमद उर्फ छोटू उम्र 25 वर्ष, मोहम्मद सरफराज उर्फ सफ्फु उम्र 21 वर्ष निवासी सभी निवासी कवर्धा के रूप में हुई थी। लोगों ने आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की है।

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